जेई पर ठेकेदारों ने लगाया रिश्वत मांगने का आरोप
ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में तैनात एक जेई को हटाने के लिए ठेकेदारों ने मंडलायुक्त को शिकायती पत्र सौंपा है। ठेकेदारों ने जेई पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। जिसके बाद मंडलायुक्त ने जांच कराने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए है। ठेकेदारों का आरोप है कि जेई की विकास भवन स्थित ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में पिछले 20 साल से तैनात है। जबकि कोई भी अधिकारी जिले में तीन साल व मंडल में पांच साल से ऊपर नहीं रह सकता। आरोप है कि जेई अपनी पहुंच के दम पर हर बार अपना तबादला रूकवा लेता है
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में तैनात एक जेई को हटाने के लिए ठेकेदारों ने मंडलायुक्त को शिकायती पत्र सौंपा है। ठेकेदारों ने जेई पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। इसके बाद मंडलायुक्त ने जांच कराने के निर्देश जिला प्रशासन को दिए हैं। ठेकेदारों का आरोप है कि जेई विकास भवन स्थित ग्रामीण अभियंत्रण विभाग में पिछले 20 साल से तैनात है। जबकि कोई भी अधिकारी जिले में तीन साल व मंडल में पांच साल से ऊपर नहीं रह सकता। आरोप है कि जेई अपनी पहुंच के दम पर हर बार अपना तबादला रुकवा लेता है। ठेकेदारों का आरोप है कि जेई अपने एक रिश्तेदार को प्रमुख सचिव बताता है। जिसकी वजह से प्रशासनिक अधिकारी भी उसके खिलाफ कार्रवाई करने से बचते नजर आ रहे है। अभी कुछ दिनों पहले भी उसका ट्रांसफर हो चुका है, लेकिन वह अपनी पहुंच व पैसे के बल पर जिला छोड़ने को तैयार नहीं है। ग्रामीण व ग्राम प्रधान भी जेई के खिलाफ कई बार लिखित व मौखिक शिकायत मंत्री, सांसद, व जिलाधिकारी से कर चुके है।
बावजूद इसके जेई का स्थानांतरण जनपद से नहीं हुआ है। मंडलायुक्त को ज्ञापन सौंपते हुए ठेकेदारों ने मामले की जांच कराकर उचित कार्रवाई करने की गुहार लगाई है। मंडलायुक्त ने जिला प्रशासन को जांच कराने का निर्देश दिया है।