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फिर से शुरू होगा एयरविल प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य

उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) ने इंटेलसिटी प्रोजेक्ट को डी-रजिस्ट्रेशन का आदेश देते हुए एस्कॉट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड से पूरा करवाने का निर्णय लिया है। रेरा सदस्य बलविदर कुमार ने उक्त परियोजना में फंसे 29 खरीदारों की शिकायत पर सुनवाई करते हुए उक्त आदेश दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Apr 2019 08:54 PM (IST)Updated: Fri, 19 Apr 2019 06:34 AM (IST)
फिर से शुरू होगा एयरविल प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य
फिर से शुरू होगा एयरविल प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) ने इंटेलसिटी प्रोजेक्ट को डी-रजिस्ट्रेशन का आदेश देते हुए एस्कॉट प्रोजेक्ट प्राइवेट लिमिटेड से पूरा करवाने का निर्णय लिया है। रेरा सदस्य बलविदर कुमार ने उक्त परियोजना में फंसे 29 खरीदारों की शिकायत पर सुनवाई करते हुए उक्त आदेश दिया है। बता दें कि इंटेल सिटी प्रोजेक्ट अनियमितताओं के चलते पिछले काफी समय से बंद पड़ा था। रेरा सदस्य बलविदर कुमार ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के डी-रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया जल्दी ही पूरी कर ली जाएगी, ताकि अन्य खरीदार इसमें न फंसे। इसके साथ ही प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य की समीक्षा करने, अतिरिक्त धनराशि की व्यवस्था करने तथा निर्माण की सही तरीके से निगरानी करने के लिए एक कमेटी भी गठित की गई है। आरडी पालीवाल होंगे निगरानी समिति के अध्यक्ष :

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निगरानी के लिए बनाई गई कमेटी में आरडी पालीवाल को अध्यक्ष व प्रमोटर मनोज कुमार चौधरी, अनिल राम सुतार व विकास भगत समेत चार लोग शामिल हैं। वहीं, अमित गुप्ता, विकास गुप्ता, सुरेंद्र सिंह, पूनीत राना, गीता माथुर व शीलेंद्र सिंह होम बायर्स की तरफ से प्रतिनिधि के तौर पर चुने गए हैं। साथ ही रिफंड प्राप्त करने वाले शिकायतकर्ताओं का प्रतिनिधि डॉ. अकांश अग्रवाल को बनाया गया है। रेरा ने आगामी एक माह के अंदर रिफंड मांगने वाले शिकायतकर्ताओं को जमा धनराशि ब्याज समेत वापस कराने का निर्णय लिया है, जिसके लिए उक्त कमेटी का गठन किया है। संपत्ति की बिक्री व हस्तांतरण पर रोक :

ऑडिटर द्वारा दिए गए सुझाव को ध्यान में रखते हुए रेरा अध्यक्ष ने यह फैसला लिया है कि इस प्रोजेक्ट में सबसे पहले प्रथम चरण में काम शुरू किया जाएगा। साथ ही इस पूरे प्रोजेक्ट की किसी भी संपत्ति को न तो बेचा जाएगा और न ही हस्तांतरित किया जाएगा। मौजूदा समय में एस्कॉट द्वारा साइट पर निर्माण कार्य किया जा रहा है। एस्कॉट ने दिसंबर 2018 में साइट पर काम शुरू कर दिया था तथा रेरा में रजिस्ट्रेशन के लिए अप्लाई भी कर दिया था, जबकि इंटेल सिटी का भी रजिस्ट्रेशन इसी प्लॉट पर था। एयरविल ग्रुप और एस्कॉट के डायरेक्टर मनोज चौधरी का कहना है कि हम रेरा के इस आदेश का स्वागत करते हैं साथ ही इस प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए पूरी तरह से सहयोग भी करेंगे। हम सभी ग्राहकों को आश्वासन देते हैं कि उनके सभी हितों की रक्षा की जाएगी और समय से प्रोजेक्ट को पूरा किया जाएगा। साथ ही रेरा के आदेश का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।

- मनोज चौधरी, डायरेक्टर एयरविल व एस्कॉट ग्रुप


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