कांसिलेशन फोरम ने बिल्डर से बात कर दिलाया घर
उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण अधिनियम के तहत गठित कांसिलेशन फोरम के जरिए बड़ी संख्या में खरीदार लाभान्वित हो रहे हैं। कंसीलेटर आरडी पालिवाल की अगुवाई में कांसीलेशन फोरम द्वारा बिल्डरों व खरीदारों के बीच मध्यस्थता कर मामलों को हल करने की कोशिश की जा रही है। इससे रेरा से याचिकाओं का निपटारा होने के साथ ही खरीदारों को भी फायदा मिल रहा है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : उत्तर प्रदेश भू संपदा विनियामक प्राधिकरण अधिनियम के तहत गठित कांसिलेशन फोरम के जरिए बड़ी संख्या में खरीदार लाभान्वित हो रहे हैं। कंसीलेटर आरडी पालिवाल की अगुवाई में कांसिलेशन फोरम द्वारा बिल्डरों व खरीदारों के बीच मध्यस्थता कर मामलों को हल करने की कोशिश की जा रही है। इससे रेरा से याचिकाओं का निपटारा होने के साथ ही खरीदारों को भी फायदा मिल रहा है।
बृहस्पतिवार को सुपरटेक से जुड़े एक मामले में कंसीलेटर आरडी पालिवाल ने बिल्डर प्रतिनिधि से बात कर खरीदार को बेहतर स्थान पर घर दिलाया। कनिका महाजन ने सुपरटेक इकोविलेज की परियोजना में एक फ्लैट बुक कराया था, जिसमें तय समय पर बिल्डर कब्जा नहीं दे पाया। जिस पर खरीदार ने रेरा में याचिका दाखिल कर पैसों के रिफंड की मांग की। मामले का समाधान करते हुए कांसिलेशन फोरम ने बिल्डर से बात कर नोएडा सेक्टर-74 स्थित केपटाउन परियोजना में घर दिलाने पर सहमति बनाई। बिल्डर के इस प्रस्ताव से खरीदार भी संतुष्ट दिखा। जिसके लिए 39 लाख रुपये अतिरिक्त जमा करने होंगे।
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गायत्री औरा की परियोजनाओं में होगा निर्माण :
रेरा की योजना के तहत अब सबसे पहले गायत्री औरा की परियोजनाओं में निर्माण किया जाएगा। परियोजना में फंसे लगभग 700 खरीदारों को दिसबंर 2019 तक घर देने की योजना बनाई गई है, जबकि कुछ परियोजनाओं में नवंबर 2020 तक बिल्डर ने घर देने को कहा है। गायत्री औरा परियोजना में 11 टॉवर बनाए जाने थे। 2015 में बिल्डर ने फ्लैट देने का वादा किया था, लेकिन तय समय पर खरीदारों को घर नहीं मिल पाया था।