जागरण विशेष::कॉफी विद कलेक्टर से बढ़ेगा प्लाज्मा दानवीरों का मनोबल
आशीष धामा नोएडा आपने टीवी शो कॉफी विद करण के बारे में तो जरूर सुना होगा। कार्यक्र
आशीष धामा, नोएडा :
आपने टीवी शो कॉफी विद करण के बारे में तो जरूर सुना होगा। कार्यक्रम के मेजबान फिल्म निर्माता व निर्देशक करण जौहर जानी-मानी फिल्म हस्तियों को आमंत्रित कर फिल्मों व उनकी निजी जिदगी के बारे में चर्चा करते हैं। ठीक वैसे ही गौतमबुद्ध नगर के जिलाधिकारी सुहास एलवाई भी कोरोना संकटकाल में प्लाज्मा की कमी दूर करने के लिए ' कॉफी विद कलेक्टर' की अनोखी पहल शुरू करने जा रहे हैं। इस पहल से प्लाज्मा दानवीरों का मनोबल बढ़ाया जाएगा। प्लाज्मा दानवीरों के सम्मान में जिलाधिकारी उन्हें कॉफी पर बुलाएंगे और संक्रमण के बाद उनकी जिदगी में आए बदलाव के बारे में चर्चा करेंगे।
कोरोना इलाज में प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हो रही है। इससे शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होती है, जिससे कोरोना से लड़ने में मदद मिलती है। प्लाज्मा का अभाव होने के कारण जिले में सिर्फ गंभीर संक्रमितों को ही इससे उपचार दिया जा रहा है। वहीं, जागरूकता के बावजूद कोरोना से जंग लड़ चुके साढ़े आठ हजार लोग प्लाज्मा दान के लिए आगे नहीं आ रहे हैं। जिससे कोविड अस्पतालों में खुले प्लाज्मा बैंक का कोष रिक्त पड़ा है। जिले में सक्रिय संक्रमित 2000 से अधिक हैं। इनमें गंभीर 150 है। चूंकि अभी तक कोरोना की वैक्सीन तैयार नहीं हुई है, इसलिए चिकित्सकों के पास संक्रमितों की जान बचाने के लिए प्लाज्मा थेरेपी ही एकमात्र उपचार है।
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मात्र आठ से दस यूनिट है प्लाज्मा
जिले में 2000 सक्रिय संक्रमितों के सापेक्ष मात्र 8 से 10 यूनिट प्लाज्मा ही मौजूद है। आसपास के जिलों से भी लोग विभिन्न ग्रुप का प्लाज्मा लेने के लिए सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआइ, जिम्स समेत अन्य निजी प्लाज्मा बैंक पहुंचते हैं। प्लाज्मा की पूर्ति के लिए चिकित्सक उनसे डोनर को लेकर आने की बात कहते हैं। कई बार तीमारदारों को प्लाज्मा की कमी के कारण खाली हाथ लौटना पड़ता है।
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कोट--
कॉफी विद कलेक्टर की पहल शुरू करने का मकसद लोगों को प्लाज्मा दान करने के लिए जागरूक करना है। इसके जरिये कोरोना के भय से प्लाज्मा दान करने से बच रहे लोगों में जागरूकता फैलाकर सकारात्मक उर्जा का संचार किया जाएगा। अगले सप्ताह तक इस पहल को शुरू कर दिया जाएगा। इसकी शुरुआत ग्रेटर नोएडा स्थित राजकीय आयुर्विज्ञान संस्थान (जिम्स) से की जाएगी।
सुहास एलवाई, जिलाधिकारी, गौतमबुद्ध नगर