नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे कॉल सेंटर का पर्दाफाश
सेक्टर 10 में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का कोतवाली एक्सप्रेसवे और साइबर क्राइम सेल ने संयुक्त रूप से पर्दाफाश किया है। यहां बेरोजगार युवाओं से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही थी। इस बार भी पुलिस ने कॉल सेंटर संचालक को नहीं गिरफ्तार कर पाई है। सिर्फ कॉल सेंटर में लोगों को फोन करने वाले सात कर्मचारियों को ही गिरफ्तार किया जा सका है। पिछले कुछ दिनों में करीब 10 फर्जी कॉल सेंटर पकड़े गये हैं और किसी में भी कॉल सेंटर संचालक की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किये गये सभी आरोपित एक सप्ताह पहले ही नौकरी पर रखे गये थे।
जागरण संवाददाता, नोएडा :
सेक्टर 10 में चल रहे फर्जी कॉल सेंटर का कोतवाली एक्सप्रेसवे और साइबर क्राइम सेल ने संयुक्त रूप से पर्दाफाश किया है। यहां बेरोजगार युवाओं से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही थी। इस बार भी पुलिस ने कॉल सेंटर संचालक को नहीं गिरफ्तार कर पाई है। सिर्फ कॉल सेंटर में लोगों को फोन करने वाले सात कर्मचारियों को ही गिरफ्तार किया जा सका है। पिछले कुछ दिनों में करीब 10 फर्जी कॉल सेंटर पकड़े गये हैं और किसी में भी कॉल सेंटर संचालक की गिरफ्तारी नहीं हुई है। बताया जा रहा है कि गिरफ्तार किये गये सभी आरोपित एक सप्ताह पहले ही नौकरी पर रखे गये थे। एसपी क्राइम अशोक कुमार ने बताया कि एक्सप्रेस वे पुलिस ने शुक्रवार को सेक्टर-10 स्थित सी ब्लॉक में एक कॉल सेंटर पर छापेमारी की। घर बैठे नौकरी दिलाने के नाम पर यहां से ठगी की जाती थी। इसके लिए युवक युवतियों को फोन कर बुलाया जाता था और पैसे लेकर नौकरी का झांसा देने के एवज में पैसे लिए जाते थे। कर्मचारियों को 10 हजार रुपये का वेतन मिलना तय हुआ था। इनकी पहचान ¨हडन विहार निवासी अक्षय त्रिपाठी, बदायूं निवासी संदीप, गांधीनगर दिल्ली निवासी अंकित, प्रतापगढ़ निवासी तनुज, सेक्टर-31 निवासी सूरज व दीपक और अशोक नगर निवासी कुणाल कोहली के रूप में हुई है। जबकि कॉल सेंटर संचालक सुमित चौहान फरार हो गया है। कॉल सेंटर से 14 मोबाइल, 2 लैपटॉप, 7 वायरलेस, 15 सिम सहित अन्य कागजात बरामद किए गए हैं। यह कॉल सेंटर पिछले तीन महीने से चल रहा था और आरोपित सैकड़ों लोगों से ठगी कर चुके हैं। हालांकि आरोपियों से नकदी की बरामदगी नहीं हो सकी है।