बाइक बोट के निवेशकों ने लगाया शिकायत नहीं दर्ज करने का आरोप
दर्ज करने की मांग की थी। वह अपनी शिकायत उस एफआईआर में शामिल नहीं कराना चाहते। जिस पर आरोपितों ने हाईकोर्ट से स्टे लिया हुआ है। लेकिन इसके बाद भी उनकी शिकायत नहीं दर्ज की गई। उनका कहना है कि वह फिर से मुख्यमंत्री पोर्टल पर मामले की शिकायत करेंगे। वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपित के खिलाफ पहले से मामले दर्ज है उसकी जांच की जा रही है। जैसे-जैसे निवेशक प्रकाश में आ रहे है उनके नाम बढ़ाए जा रहे है। ---
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : बाइक बोट के निवेशकों ने फिर से आरोप लगाया है कि पुलिस कंपनी के खिलाफ रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही है। आरोप है कि लखनऊ शिकायत प्रकोष्ठ के डीआइजी के आदेश के बाद भी पुलिस मामले में रिपोर्ट नहीं दर्ज कर रही है। राजस्थान, हरियाणा सहित कई अन्य राज्यों के पीड़ितों ने कंपनी के संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर पुलिस के अधिकारियों से शिकायत की है।
मूल रूप से गुरुग्राम के रहने वाले राजेश पांचाल ने बताया कि उन्होंने बाइक बोट की दो फ्रेंचाइजी गुरुग्राम व करनाल में ली थी। इसके लिए 47 लाख रुपये कंपनी के खाते में जमा कराए थे। उन्होंने कई अन्य लोगों को भी इस स्कीम से जोड़ा था। करीब डेढ़ सौ लोग उनके संपर्क में है जिनमें रुपये फंस गए है। राजेश ने बताया कि उन्होंने लोकसभा चुनाव प्रथम चरण से पूर्व एसएसपी कार्यालय पर प्रदर्शन कर आरोपित संचालकों पर अलग से एफआइआर दर्ज करने की मांग की थी। वह अपनी शिकायत उस एफआइआर में शामिल नहीं कराना चाहते। जिस पर आरोपितों ने हाईकोर्ट से स्टे लिया हुआ है। लेकिन इसके बाद भी उनकी शिकायत नहीं दर्ज की गई। उनका कहना है कि वह फिर से मुख्यमंत्री पोर्टल पर मामले की शिकायत करेंगे। वहीं पुलिस का कहना है कि आरोपित के खिलाफ पहले से मामले दर्ज है उसकी जांच की जा रही है। जैसे-जैसे निवेशक प्रकाश में आ रहे है उनके नाम बढ़ाए जा रहे है।