केंद्र सरकार की पहल का किया स्वागत
नोएडा किसानों और केंद्र सरकार की बैठक में केंद्र सरकार ने डेढ़ साल तक कृषि कानूनों को अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया है। इसे लेकर दलित प्रेरणा स्थल पर बृहस्पतिवार को भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत किया गया।
जागरण संवाददाता, नोएडा : किसानों और केंद्र सरकार की बैठक में केंद्र सरकार ने डेढ़ साल तक कृषि कानूनों को अस्थाई रूप से स्थगित कर दिया है। इसे लेकर दलित प्रेरणा स्थल पर बृहस्पतिवार को भारतीय किसान यूनियन (लोकशक्ति) की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। इसमें केंद्र सरकार के इस कदम का स्वागत किया गया। वहीं वार्ता में गतिरोध तोड़ने के लिए केंद्र सरकार का धन्यवाद दिया गया।
संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मास्टर श्यौराज सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने वार्ता में दो कदम आगे बढ़ाते हुए सकारात्मक पहल की है। हम उसका स्वागत करते हैं। किसान प्रतिनिधियों से भी निवेदन किया कि वे भी चार कदम आगे बढ़ाएं, ताकि उनके प्रति भी देश में एक सकारात्मक संदेश जाए। प्रवक्ता राजीव मलिक ने कहा कि एक हद से ज्यादा किसी चीज को खींचने पर वह टूट जाती है। सरकार और किसान दोनों की जिम्मेदारी है कि यह आंदोलन किसानों के जीवन में कुछ ना कुछ परिवर्तन लेकर आए। इससे किसान और सरकार दोनों की जीत होगी। इस मौके पर राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष प्रताप नागर, राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी विश्वास नागर, राष्ट्रीय मुख्य महासचिव सत्यवान चौहान, दीपक चौधरी, रमेश चंद दीवान, राजेश उपाध्याय, राजमल सिंह, विनोद भाटी, पिटू त्यागी, नरसिंह पाल मीणा व विनय तालान मौजूद थे। ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल कर दिल्ली कूच की तैयारी: चिल्ला बार्डर पर कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (भानु) के कार्यकर्ताओं का धरना 52 दिन से जारी है। बृहस्पतिवार को किसानों ने ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल कर दिल्ली कूच की तैयारी की। किसानों ने बृहस्पतिवार को धरनास्थल से सेक्टर-14ए पुलिस कंट्रोल रूम तक सेना के सेवानिवृत सूबेदार रामनाथ सिंह के नेतृत्व में ट्रैक्टर परेड की रिहर्सल की। उन्होंने किसानों को शासन-प्रशासन की सख्ती से निपटने के तरीके बताए। किसानों के इस प्रदर्शन में मुजफ्फरनगर से अरविद पंवार सहित कई सेवानिवृत्त सैनिक पहुंचे। सिघु बार्डर पहुंचकर किसानों के साथ की वार्ता : भाकियू (भानु) के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह बृहस्पतिवार को सिघु बार्डर पर किसान संयुक्त मोर्चा की बैठक में शामिल हुए। उन्होंने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने पर राय दी। उन्होंने कहा कि उन्हें पुलिस की आज्ञा की जरूरत नहीं। ट्रैक्टर रैली होगी और जो हमारी मांग है सरकार को कृषि कानून रद्द करने पड़ेंगे।