इनामी अमर बावरिया पत्नी के साथ गिरफ्तार
प्रतापगढ़ व गोंडा में हुई बैंक डकैती व जिले में हुई चोरी की घटनाओं के मुख्य अभियुक्त व पचास हजार रुपए के इनामी अपराधी अमर ¨सह बावरिया को पुलिस ने उसकी पत्नी मीरा के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपित के पास से चार तोला सोना आठ किलो चांदी के आभूषण तमंचा व बैंक से लूटे गए 25 हजार रुपए बरामद किए हैं। बदमाश जिले में भी किसी
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : प्रतापगढ़ व गोंडा में हुई बैंक डकैती व जिले में हुई चोरी की घटनाओं का मुख्य अभियुक्त व पचास हजार रुपये के इनामी बदमाश अमर ¨सह बावरिया को पुलिस ने उसकी पत्नी मीरा के साथ गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपित के पास से चार तोला सोना, आठ किलो चांदी के आभूषण, तमंचा व बैंक से लूटे गए 25 हजार रुपये बरामद किए हैं। बदमाश जिले में भी किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में था।
ईकोटेक प्रथम कोतवाली पुलिस को सूचना मिली थी कि हरियाणा सोहना निवासी अमर ¨सह अपनी पत्नी मीरा के साथ मोटर साइकिल से ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस वे से गुजरेगा। सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम ने घेराबंदी कर अमरपुर गांव के पास से उसे गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि जेवर, दनकौर व ईकोटेक कोतवाली क्षेत्र में हुई चोरी की छह घटनाओं में वह वांछित था। अमर ¨सह ने अपने गुर्गो के साथ 10 अक्टूबर 2017 को गोंडा में इलाहाबाद बैंक की शाखा में लूटपाट की थी। विरोध करने पर बदमाशों ने गोली मारकर बैंक के गार्ड की हत्या कर दी थी। गिरोह के सरगना व ढाई लाख रुपये के इनामी अपराधी समय ¨सह को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। बावरिया गिरोह के बदमाशों ने ही पांच दिसंबर 2018 को प्रतापगढ़ के विश्वनाथ गंज में बैंक आफ बड़ौदा की शाखा में घुसकर 779060 रुपये लूटे थे। पुलिस ने बदमाश के पास से गोंडा में हुई बैंक लूट की पचास-पचास रुपये के नोटों की तीन गड्डियां व प्रतापगढ़ में हुई बैंक लूट की पचास-पचास रुपये के नोटों की दो गड्डियां बरामद की है। सभी गड्डियों पर बैंक की स्लिप लगी हुई थी। पुलिस ने बताया कि अपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए बावरिया गिरह में ओमवीर, मुकेश, विजय, सूरज, राजू, समय ¨सह, दीपक, जसमत आदि शामिल रहते थे। बावरिया अमर ¨सह शातिर अपराधी है। गोंडा व प्रतापगढ़, अयोध्या में बैंक लूट व चोरी की विभिन्न घटनाओं में शामिल रहा था। बदमाश के ऊपर कानपुर से 25 व गौतमबुद्ध नगर से 25 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
विनीत जायसवाल, एसपी देहात बैंक को बनाते थे निशाना : बावरिया गिरोह में छह से अधिक बदमाश शमिल हैं। बदमाशों के निशाने पर प्रमुख रूप से बैंक होते थे। जिसका प्रमुख कारण ज्यादा रकम जुटाना रहता था। घटना को अंजाम देने के दौरान यह बदमाश हत्या करने से भी गुरेज नहीं करते थे।