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जानलेवा हमले के आरोपितों की नहीं हुई गिरफ्तारी

ईकोटेक तीन कोतवाली क्षेत्र के सुत्याना गांव में रहने वाले युवक पर एक महीने पहले हुए जानलेवा हमले के सभी आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। युवक की मां आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अधिकारियों के चक्कर काट रही है। युवक की मां का आरोप है कि आरोपित उसे धमकी दे रहे है। पुलिस ने दस आरोपितों में से चार को गिरफ्तार किया था, जबकि छह आरोपित अभी भी फरार चल रहे है। मारपीट में घायल हुआ युवक एक महीने से बिस्तर पर है। वह उठ नहीं पा रहा है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Aug 2018 07:29 PM (IST)Updated: Sat, 11 Aug 2018 07:29 PM (IST)
जानलेवा हमले के आरोपितों 
की नहीं हुई गिरफ्तारी
जानलेवा हमले के आरोपितों की नहीं हुई गिरफ्तारी

जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : ईकोटेक तीन कोतवाली क्षेत्र के सुत्याना गांव में रहने वाले युवक पर एक महीने पहले हुए जानलेवा हमले के सभी आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार नहीं कर सकी है। युवक की मां आरोपितों को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर अधिकारियों के चक्कर काट रही है। युवक की मां का आरोप है कि आरोपित उसे धमकी दे रहे है। पुलिस ने दस आरोपितों में से चार को गिरफ्तार किया था, जबकि छह आरोपित अभी भी फरार चल रहे है। मारपीट में घायल हुआ युवक एक महीने से बिस्तर पर है। वह उठ नहीं पा रहा है।

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सुत्याना गांव में रहने वाली प्रेमवती ने शनिवार को एसएसपी कार्यालय में शिकायत दी है। शिकायत में उन्होंने कहा है कि छह जुलाई को दस लोगों ने उसके बेटे पंकज पर तुस्याना ऑटो स्टैंड के समीप जानलेवा हमला किया था। पंकज को अगवा करके उसके मुंह में कपड़ा डाला गया था और लोहे की रॉड से पिटाई की गई थी। आरोपितों ने जबरन पंकज को शराब भी पिलाई थी। हमले में पंकज के हाथ व कंधे की हड्डी टूट गई थी और शरीर के कई हिस्सों में भी चोट आई थी। प्रेमवती का आरोप है कि उसके बेटे पर जानलेवा हमला करने वाले छह आरोपित अभी फरार चल रहे है। पीड़िता का आरोप है कि मामले की रिपोर्ट दर्ज कराने पर आरोपित पक्ष ने उसका भी हाथ तोड़ दिया था। मामले में पुलिस इंद्रजीत, बिट्टू, राहुल, अमित व इंद्रजीत समेत दस के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की थी, लेकिन सभी की गिरफ्तारी नहीं हुई। वहीं ईकोटेक तीन कोतवाली प्रभारी राजपाल तोमर ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट के आधार पर जानलेवा हमले की धारा बदल दी गई थी। इसी वजह से अन्य आरोपितों की गिरफ्तारी नहीं हो सकी।


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