व्यवस्था रही चाक-चौबंद, देरी से शुरू हुआ टीकाकरण
जागरण संवाददाता नोएडा सुबह 10 बजे सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआई के ग्राउंड फ्लोर का नजारा बिल्कुल अलग था। सुरक्षा चाक-चौबंद थी।
जागरण संवाददाता, नोएडा : सुबह 10 बजे, सेक्टर-30 स्थित चाइल्ड पीजीआई के ग्राउंड फ्लोर का नजारा बिल्कुल अलग था। सुरक्षा चाक-चौबंद थी। मुख्यद्वार के बाहर मुस्तैद सुरक्षाकर्मी बिना पहचान के किसी को भी अंदर प्रवेश नहीं करने दे रहे थे। रिसेप्शन एरिया में बड़ी स्क्रीन लगी थी। बगल में ही छह पंजीकरण काउंटर बने थे। यहां महिला पुलिसकर्मी की तैनाती थी। दूसरी तरफ दो-दो मीटर की दूरी पर कुर्सियां लगी थी। थोड़ी ही देर बाद सीएमओ डॉ.दीपक ओहरी भी पहुंचे और व्यवस्थाओं का जायजा लिया। हर तरह सुरक्षाकर्मी के रूप में संस्थान के निजी गार्ड और पुलिस ही पुलिस दिखाई दे रही थी।
स्वास्थ्यकर्मी, पुलिस व लाभार्थियों के अलावा किसी को भी वैक्सीनेशन बूथ तक पहुंचने नहीं दिया जा रहा था। टीका लगवाने के लिए स्वास्थ्यकर्मी लाइन से बैठे थे। करीब साढ़े नौ बजे पुलिस सुरक्षा में वैक्सीन टीकाकरण केंद्र पर पहुंची। साढ़े 10:30 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संबोधन शुरू हुआ। 11 बजे डीएम सुहास एलवाई भी मौके पर पहुंच गए। 11:15 बजे पीएम का संबोधन खत्म हुआ। 11:20 पर प्रतीक्षा कक्ष से चाइल्ड पीजीआइ के लैब टेक्नीशियन शमीन को सबसे पहले वैक्सीनेशन बूथ ले जाया गया। उसे डीएम सुहास एलवाई, सीएमओ डॉ.दीपक ओहरी व अपर निदेशक डॉ.दीपा त्यागी की मौजूदगी में टीका लगा और करीब 30 मिनट निगरानी में रखा। इस बीच शमीन को कोई परेशानी नहीं हुई और उसे घर भेज दिया। इसके बाद स्वास्थ्यकर्मी अजय कुमार को भेजा गया। तीसरे नंबर पर कमलेश कुमार और चौथे नंबर पर संदीप कुमार अंदर गए। सभी 30-30 मिनट तक निगरानी में रहे और घर चले गए। इसके बाद चाइल्ड पीजीआइ के निदेशक डॉ.डीके गुप्ता को टीका लगा। उन्हें भी तीन चरणों से गुजरना पड़ा। एक के बाद एक-एक कर कर्मचारियों ने टीका लगवाया। दोपहर 1:20 तक 50 से अधिक कर्मचारियों को टीका लग चुका था। इस दौरान निगरानी में सिर्फ एक कर्मचारी की हालत बिगड़ी। चिकित्सकों ने उन्हें तत्काल उपचार दिया और थोड़ी ही देर बाद वह ठीक हो गए। यह नजारा शनिवार को प्रथम चरण के पहले दिन हुए कोरोना टीकाकरण के दौरान था।
सवा 12 बजे के करीब सेक्टर-27 कैलाश अस्पताल का पांचवा तल कोरोना टीका लगवाने के लिए पहुंचे कोरोना योद्धाओं से भरा था। यहां 100 कर्मचारियों को टीका लगना था, लेकिन सिर्फ 63 कर्मचारियों को ही कोरोना का टीका लगा।
स्टाफ नर्स की बिगड़ी तबियत जल्द सुधरी:
भंगेल सीएचसी में बने महिला अस्पताल की नई इमारत के मुख्यद्वार पर दो पुलिसकर्मी तैनात थे। एक बजे के करीब यहां 30 कर्मचारियों को टीका लग चुका था। सबसे पहले टीका लगवाने वालों में प्रयाग अस्पताल के स्वास्थ्यकर्मी अभिषेक रहे। सबकुछ एकदम ठीक चल रहा था। निगरानी में बैठी स्टाफ नर्स प्रिया मसीह व अवकाश कुमार की तबीयत बिगड़ने लगी। उन्हें घबराहट हो रही थी, चिकित्सक आनन फानन में उन्हें वार्ड में लेकर पहुंचे और कुर्सी पर बैठा दिया। उनके रक्तचाप की जांच की गई, सबकुछ नार्मल था। थोड़ी देर चिकित्सकों ने उनका हौसला बढ़ाया और वह 5 मिनट बाद ही उठकर चलने लगे।