पशु चुराने आए बदमाशों ने चलाई गोली, दो की मौत
बदमाशों ने अपने साथी को पचास मीटर तक खींच कर ले जाने का प्रयास किया लेकिन तब तक ग्रामीणों की भीड़ मौके पर एकत्र हो गई। भीड़ देखकर बदमाश अपने साथी को मौके पर ही छोड़ कर भाग निकले। गोली लगने से घायल ग्रामीण रतन सिंह को अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया व बदमाश की मौके पर ही मौत हो गई। बदमाश की पहचान नहीं हो पाई है। अन्य बदमाश मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे।
संवाद सहयोगी, दादरी : जारचा कोतवाली स्थित खुरशैदपुरा गांव में पशु चोरी करने आए पशु चोरों से ग्रामीणों का आमना-सामना हो गया। ग्रामीणों ने पशु चोरों को चारों तरफ से घेर लिया और एक बदमाश को ग्रामीण रतन सिंह ने दोनों हाथों से पकड़ लिया। साथी बदमाश को छुड़ाने के लिए बदमाशों की तरफ से की गई फायरिग में ग्रामीण रतन सिंह व एक बदमाश की मौत हो गई। दोनों को एक-एक गोली लगी। मृतक बदमाश की पहचान नहीं हो पाई है। साथी व ग्रामीण को गोली लगने के बाद अन्य बदमाश मौके से भाग निकले। गांव में एक साथ दो हत्याएं होने पर उसे छावनी में तब्दील कर दिया गया। रविवार तड़के तीन से चार बजे के बीच हुई घटना के बाद भारी संख्या में पुलिस बल पीएसी मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों ने छह घंटे तक प्रदर्शन कर शव को नहीं उठने दिया। मुआवजे के आश्वासन के बाद ग्रामीण माने और छह घंटे बाद ग्रामीण व बदमाश दोनों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। लापरवाही पाए जाने पर एसएसपी वैभव कृष्ण ने खुरशैदपुरा गांव के हल्का इंचार्ज सुभाष चंद को लाइन हाजिर कर दिया है।
खुरशैदपुरा गांव में 59 वर्षीय रतन सिंह अपने परिवार के साथ रहते थे। वह एमसीडी (म्यूनिसिपल कारपोरेशन ऑफ दिल्ली) में नौकरी करते थे। इनके रिटायरमेंट में चार माह शेष थे। उनके तीन बेटे है। एक बेटे का दिमागी संतुलन ठीक नहीं है। रतन सिंह के घर के बाहर घेर बना हुआ है। वह खुद वहां सोते थे और पशुओं की देख-रेख करते थे। परिजन का आरोप है कि शनिवार रात रतन सिंह घेर में सोए थे। सुबह तीन से चार बजे के बीच गोली चलने की आवाज आई। उनकी आंख खुल गई और वह मौके पर पहुंच गए। उन्होंने देखा कि बदमाश पशु चोरी करके भाग रहे थे। रतन सिंह ने एक बदमाश को दोनों हाथ से पकड़ लिया। बदमाश को बचाने के लिए उसके साथी ने रतन सिंह पर गोली चलाई। गोली उनके सीने में लगी। इसके बाद भी उन्होंने बदमाश को नहीं छोड़ा। बदमाशों ने दोबारा गोली चलाई और इस बार उनका निशाना चूक गया। दूसरी गोली रतन सिंह को लगने की बजाय उनके द्वारा बंधक बनाए गए बदमाश के पेट में लग गई। ग्रामीण व बदमाश दोनों को गोली लगने के बाद बदमाशों ने अपने साथी को पचास मीटर तक खींच कर ले जाने का प्रयास किया, लेकिन तब तक ग्रामीणों की भीड़ मौके पर एकत्र हो गई। भीड़ देखकर बदमाश अपने साथी को मौके पर ही छोड़ कर भाग निकले। गोली लगने से घायल ग्रामीण रतन सिंह को अस्पताल ले जाया गया जहां डाक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया व बदमाश की मौके पर ही मौत हो गई। बदमाश की पहचान नहीं हो पाई है। अन्य बदमाश मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए थे। घटना के बाद ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस से पिछले एक महीने से गांव में चोर घूमने की शिकायत की जा रही थी, लेकिन पुलिस ने शिकायत को गंभीरता से नहीं लिया और अब बड़ी घटना हो गई। खानापूर्ति के नाम पर हल्का इंचार्ज को लाइन हाजिर किया गया है।
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शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जल्द ही घटना में शामिल बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।
वैभव कृष्ण, एसएसपी, गौतमबुद्ध नगर