आरटीई दाखिले के लिए सभी स्कूलों की हो रही मै¨पग
आरटीई (शिक्षा के अधिकार अधिनियम) के तहत निजी स्कूलों की 25 फीसदी सीटों पर गरीब बच्चों के दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया इस बार लगभग एक माह की देरी से शुरू हो रही है जिसकी वजह सभी स्कूलों की वार्ड वाइज मै¨पग न हो पाना है।
जागरण संवाददाता, ग्रेटर नोएडा : आरटीई (शिक्षा के अधिकार अधिनियम) के तहत निजी स्कूलों की 25 फीसदी सीटों पर गरीब बच्चों के दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया इस बार एक माह की देरी से शुरू हो रही है। इसकी वजह सभी स्कूलों की वार्ड वाइज मै¨पग न हो पाना है। शासन ने इस बार दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू करने से पहले स्कूलों की वार्ड वाइज मै¨पग कराने का निर्णय लिया है, ताकि स्कूलों की दूरी का सही आंकड़ा उपलब्ध रहे और स्कूल प्रबंधन भी दाखिले के समय ज्यादा दूरी होने व अन्य बहाने न बना सके। विभाग की कोशिश है कि सभी मान्यता प्राप्त स्कूलों में 25 फीसदी सीटों पर गरीब बच्चों के दाखिले हों। इसके लिए मौजूदा वर्ष तक मान्यता प्राप्त स्कूलों का आंकड़ा वेबसाइट पर अपडेट किया जा रहा है, ताकि आवेदन के दौरान अभिभावकों को आस-पास की सभी स्कूलों में दाखिले का विकल्प मिल सके। बेसिक शिक्षा विभाग की माने तो दाखिले में पारदर्शिता के उद्देश्य से इस बार पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन की गई है।
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इस बार अलग है स्थिति :
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होने की वजह से ग्रामीण क्षेत्र के अभिभावकों को समस्या होने की आशंका है। पिछले वर्ष तक अभिभावक सभी आवश्यक दस्तावेजों के साथ बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय जाकर आवेदन कर लेते थे, लेकिन इस बार स्थिति बिल्कुल अलग है। इस बात को ध्यान में रखते हुए विभाग की तरफ से बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अभिभावकों की सहायता के लिए एक कर्मचारी नियुक्त किया गया है। आरटीई दाखिले के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए शिक्षा विभाग की तरफ से व्यापक प्रचार-प्रसार शुरू कर दिया गया है।
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एक मार्च से आरटीई के तहत दाखिले के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू हो रही है। किसी भी तरह की सहायता के लिए अभिभावक जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय आकर आवश्यक जानकारी ले सकते हैं।
- बालमुकुंद प्रसाद, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी