दो वर्ष से बंद पड़े कूड़ा निस्तारण प्लांट में काम शुरू
दो वर्ष से बंद कूड़ा निस्तारण प्लांट में सफाई कार्य शुरू हो गया है। प्लांट संचालन शीघ्र शुरू हो जाएगा। इससे वहां लगे कूड़े के ढेर से जैविक खाद बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। दो वर्ष से बंद कूड़ा निस्तारण प्लांट में सफाई कार्य शुरू हो गया है। प्लांट संचालन शीघ्र शुरू हो जाएगा। इससे वहां लगे कूड़े के ढेर से जैविक खाद बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
12 वर्ष पूर्व किदवईनगर में पीपीपी माडल पर एटूजेड कंपनी ने कूड़ा निस्तारण प्लांट का संचालन शुरू किया था, लेकिन समझौता शर्त पूरी न कर पाने पर नगर पालिका ने दो वर्ष पूर्व प्लांट को अपने कब्जे में ले लिया था। तब से प्लांट बंद पड़ा था। सात अक्टूबर की बोर्ड बैठक में कूड़ा निस्तारण प्लांट संचालित कराकर जैविक खाद बनाए जाने का प्रस्ताव पारित किया गया था।
इसके 15 दिन बाद ही पालिका चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल ने निर्णय का क्रियान्वयन कराना शुरू कर दिया और प्लांट में सफाई का काम शुरू हो गया। प्लांट संचालन का ठेका गाजियाबाद की फर्म को दिया गया है। कंपनी 39 लाख में प्लांट का सुचारू संचालन करते हुए जैविक खाद तैयार करेगी। इसके अतिरिक्त लगभग 75 लाख रुपये की एक आधुनिक मशीन फर्म अपने स्वयं के खर्च पर लगाएगी। पालिका चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल के निर्देश पर कूड़े से अटे एटूजेड प्लांट के मशीनरी वार्ड में गुरुवार को जेसीबी एवं पोकलेन मशीन की सहायता से सफाई शुरू कराई गई। ठेकेदार को पालिका चेयरपर्सन ने निर्देश दिए कि 60 दिन में कार्य पूर्ण करते हुए कूड़े का निस्तारण कराएं।