स्टांप की कालाबाजारी की शिकायत पर वेंडरों को चेतावनी
बुढ़ाना तहसील परिसर में छोटे से बडे़ स्टांप से लेकर राजस्व टिकट व कोर्ट फीस भी उपलब्ध नही हो पा रहे हैं। स्टांप वेंडर इनकी किल्लत बताकर लोगों के साथ कालाबाजारी कर रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायतों पर सब रजिस्ट्रार ने उन्हें आड़े हाथ लिया और चेतावनी दी।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना तहसील परिसर में छोटे से बडे़ स्टांप से लेकर, राजस्व टिकट व कोर्ट फीस भी उपलब्ध नही हो पा रहे हैं। स्टांप वेंडर इनकी किल्लत बताकर लोगों के साथ कालाबाजारी कर रहे हैं। ग्रामीणों की शिकायतों पर सब रजिस्ट्रार ने उन्हें आड़े हाथ लिया और चेतावनी दी।
तहसील परिसर में उपनिबंधन कार्यालय पर आए दिन भूमि खरीद-फरोख्त, इकरारनामा, वसीयत आदि अन्य रजिस्ट्री कराने वालों की भीड़ लगी रहती है। इसके अलावा शपथ पत्र, समझौता पत्र, बैंकिग कार्य व भर्ती आदि के लिए स्टाम्प खरीदने वालों को स्टाम्प वेंडरों के चक्कर लगाने पड़ते हैं। विभिन्न कार्यो के लिए 10 से लेकर 500 रुपये या अधिक तक के स्टाप की आवश्यकता रहती है। पहले तहसील परिसर में ही कोषागार हुआ करती थी, जिसके माध्यम से स्टांप वेंडर को स्टाम्प मिलते थे। अब शासनादेश के अनुरूप तहसील से ट्रेजरी समाप्त कर जनपद मुख्यालय के कोषागार से स्टांप मिल रहा है। जनपद के कोषागार से लाकर वेंडर स्टांप की बिक्री करता है। उसके लिए उसे एक प्रतिशत निर्धारित कमीशन भी मिलता है। तहसील में मौजूद स्टांप वेंडर किल्लत बताकर मनमर्जी से उनकी कालाबाजारी में व्यस्त है। इसकी शिकायत मिलने पर सब रजिस्ट्रार अनामिका सिंह सभी वेंडरों की मीटिग कर दस्तावेजों की जांच की और जमकर क्लास लगाई। उन्होंने सभी को स्टांप के लिए दिशा निर्देश देते हुए शिकायत मिलने पर कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी।
सब रजिस्ट्रार अनामिका सिंह ने कहा कि किसी को यदि स्टांप मिलने में परेशानी आ रही है तो वह अपनी समस्या के लिए उनसे मिल सकता है। यदि कोई मामला आता है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी। सभी वेंडर के साथ बैठक कर उन्हें चेतावनी दी गई है।