जिले से जुड़ी हैं पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की अमिट यादें
पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह की अमिट यादें मुजफ्फरनगर की धरती से भी जुड़ी हैं।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह की अमिट यादें मुजफ्फरनगर की धरती से भी जुड़ी हैं। वे कई बार अकेले व परिवार के साथ जिले में आयोजित कार्यक्रमों में आए थे, लेकिन गुरुवार को उनकी 89 जयंती पर किसी ने भी उन्हें याद नहीं किया।
पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह की यादें जिले के दामन में छिपी है। 26 जून, 1982 को तीर्थ नगरी शुकतीर्थ स्थित शुकदेव आश्रम में शिक्षा ऋषि स्वामी कल्याण देव महाराज को पद्मश्री से अलंकृत किए जाने पर अभिनन्दन समारोह का आयोजन हुआ था जिसमें मुख्यमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह बतौर मुख्य अतिथि पधारे थे और तीर्थ में पर्यटन आवास का शिलान्यास भी किया। देश के वित्तमंत्री बने, लेकिन स्वामी जी को नहीं भूले। जब भी उन्हें शांति और आध्यात्म की चाह होती, वह स्वयं शुकतीर्थ पधारते थे। 26 नवम्बर, वर्ष 1989 में वीपी सिंह अपनी धर्मपत्नी सीता सिंह के साथ कर्मयोगी सन्त के दर्शन करने को गांधी पॉलिटेक्निक स्थित कुटिया पर पहुंचे थे। पूर्व विधायक सोमांश प्रकाश बताते हैं कि स्वामी जी ने पीने के लिये दूध दिया, मगर श्रीमती सिंह ने इंकार कर दिया। स्वामी जी ने अपने शिष्य स्वामी ओमानंद से कहा कि बिटिया को मट्ठा पिलाओ। उन्होंने बड़े शौक से मट्ठा पिया और खुशी जाहिर की। श्री शुकदेव आश्रम के पीठाधीश्वर स्वामी ओमानंद महाराज ने बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह ने श्री शुकदेव आश्रम स्थित यज्ञशाला में आयोजित विश्व शांति यज्ञ में सपरिवार आहुतियां अर्पित की थी।
जिले में नही मनाई गई वीपी सिंह की जयंती
वीपी सिंह कई बार अकेले व परिवार के साथ जिले में आयोजित कार्यक्रमों में पधारे थे, लेकिन गुरुवार को उनकी 89 जयंती पर किसी ने भी उन्हें याद नहीं किया।