उलमा और गणमान्यों का प्रदर्शन न करने का भरोसा
मोहल्ला लाल मोहम्मद में हुई उलेमा व गणमान्य मुस्लिमों की बैठक में प्रशासन व पुलिस को जुमे में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में धरना प्रदर्शन न करने का भरोसा दिया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। खतौली के मोहल्ला लाल मोहम्मद में हुई उलमा व गणमान्य मुस्लिमों की बैठक में प्रशासन व पुलिस को जुमे में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में धरना-प्रदर्शन नहीं करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने राष्ट्रपति से सीएए वापस लेने की मांग की।
मोहल्ला लाल मोहम्मद स्थित मदरसा मादुत तालीम में जमीयत आइमा-ए-मस्जिद की बैठक में जुमे को कस्बे में सीएए के खिलाफ धरना प्रदर्शन व जुलूस न निकालने और शांति व्यवस्था बनाए रखने का निर्णय लिया गया। सीओ आशीष प्रताप सिंह ने कहा कि लोगों से सीएए को लेकर भ्रांतियां हैं। इसे समझने की जरूरत है। यह किसी की नागरिकता को खत्म नहीं करता। कुछ लोग चंद राजनीतिज्ञों के बहकावे में आकर धरना प्रदर्शन न कर रहे हैं। कानून को हाथ में लेना गलत है। उन्होंने लोगों से किसी के बहकावे में न आने, धरना प्रदर्शन जुलूस न निकालने की अपील की।
कांग्रेसी नेता हाजी इजहार अहमद ने कहा कि कस्बा यहां की जनता है। इसकी शांति व्यवस्था बनाए रखना सबका फर्ज है। उन्होंने कहा कि कस्बे के लोग अमन शांति चाहते हैं। सभी लोग शांति व्यवस्था बनाए रखने में प्रशासन को पूरा सहयोग देने को तैयार हैं। उन्होंने अधिकारियों से अमन शांति बनाने वालों और बेगुनाह लोगों पर कोई कार्रवाई न करने का आग्रह किया। हाजी शमशुद्दीन कुरैशी ने लोगों से कस्बे में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। बसपा नेता हाजी जावेद ने जुमे में कोई विरोध प्रदर्शन न किए जाने का भरोसा दिलाया। जमियत आइमा-ए-मस्जिद के अध्यक्ष मौलाना शाहनवाज ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की। बैठक के बाद राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन एसडीएम अजय कुमार अंबष्ट को दिया। बैठक में जमियत आइमा-ए-मस्जिद के सचिव मौलाना इमरान, हाफिज शमीम, कारी दिलशाद, मुफ्ती नौशाद, मौलाना अब्बास, मौलाना समी, पूर्व चेयरमैन हाजी शाहनवाज लालू आदि मौजूद रहे।
उधर, भूड़ पर बाग में आयोजित बैठक में एसडीएम अजय कुमार अंबष्ट, सीओ आशीष प्रताप सिंह ने लोगों से जुमे में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की। उन्होंने अफवाहों पर ध्यान न देने और जुमे में धरना प्रदर्शन न करने की अपील की। उन्होंने कानून को हाथ में लेने पर सख्त कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया। लोगों ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन देकर सीएए को वापस लेने की मांग की।