जल व गृहकर में बढ़ोतरी पर भड़के व्यापारी
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल कार्यकर्ताओं ने बैठक आयोजित कर नगर पालिका पर जल व गृहकर में कई सौ गुना बढ़ोतरी कर लोगों के उत्पीड़न का आरोप लगाया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल कार्यकर्ताओं ने बैठक आयोजित कर नगर पालिका पर जल व गृहकर में कई सौ गुना बढ़ोतरी कर लोगों के उत्पीड़न का आरोप लगाया।
कैंप कार्यालय कुंदनपुरा पर हुई बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष कृष्ण गोपाल मित्तल ने कहा कि नगर पालिका वर्ष 2020-21 के व्यावसायिक व आवासीय गृह तथा जलकर बिलों के भुगतान के साथ फॉर्म भरवा रही है, जिसमें घर एवं दुकान के सामने की सड़क की लंबाई-चौड़ाई एवं घर एवं दुकान में कैसा फर्श है तथा उसकी लंबाई-चौड़ाई के बारे में जानकारी ली जा रही है। बिलों में रकम भी गत वर्षो के मुकाबले कई कई सौ गुना बढ़ाकर भेजी जा रही है। यह खुलेआम जनता का उत्पीड़न है। कहा कि गत वर्ष के मुकाबले पांच या 10 प्रतिशत की कर वृद्धि ही जायज है। सदस्यों ने कहा कि पुरानी बिल्डिग में आज भी जो किराएदार हैं वह वर्षो से न्यूनतम किराए पर है। उसी किराए के हिसाब से ही उनका जलकर एवं गृहकर भी निर्धारित होना चाहिए। आरोप लगाया कि नगर पालिका दुकानों व घरों के मालिक को अपना किराएदार बनाना चाहती है। नगर अध्यक्ष राकेश त्यागी ने कहा कि लाकडाउन के बाद वैसे ही व्यापारी काम धंधे को लेकर परेशान हैं। टैक्स बिलों को लेकर नगर पालिका में भीड़ बढ़ती जा रही है, लेकिन कोई समाधान नहीं निकाला जा रहा। बैठक में सरदार बलविदर सिंह, पवन वर्मा, प्रवीन जैन, तरुण मित्तल, सुनील वर्मा, शिवकुमार सिघल, भानु प्रताप व उदित किगर आदि शामिल रहे।