किन्नरों ने भोलेनाथ को छत्र, मजार पर चढ़ाया चादर
लोगों की सुख-शांति, खुशहाली के लिए मांगी दुआएं। शहर की फिजा में गूंज रहे किन्नरों के कौमी तराने।
मुजफ्फरनगर : धर्म के नाम पर फैलाई जा रही नफरत के बीच किन्नर बिरादरी आजकल सांप्रदायिक सौहार्द का पैगाम दे रही। बुधवार को किन्नरों ने शिव चौक स्थित शिव मंदिर पर चांदी का छत्र एवं पीतल का घंटा और भगत ¨सह रोड पर बाबा की मजार पर चादर चढ़ाकर लोगों की सुख-शांति एवं खुशहाली के लिए दुआएं मांगी।
रुड़की रोड स्थित किरण पैलेस में गुरु विमला किन्नर की याद में 22 नवंबर से माइया बिरादरी के किन्नरों का दस दिवसीय महासम्मेलन चल रहा है। सम्मेलन में देश के कोने-कोने से किन्नर भाग ले रहे हैं। गुरु हाजी नाजिम का कहना है कि सम्मेलन ¨हदू-मुस्लिम एकता, भाईचारा, सुख-समृद्धि एवं खुशहाली के लिए आयोजित किया गया है। लोगों की खुशहाली के लिए दुआएं की जा रही हैं। सम्मेलन में सभी के लिए ठहरने व खाने का पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। मंगलवार को किन्नरों ने कलश यात्रा निकाली। ढोल-ढपड़ों एवं डीजे के साथ कलशयात्रा अहिल्याबाई चौक से शुरू होकर रुड़की रोड होते हुए शिवचौक पर पहुंची। डीजे पर किन्नर नाचते-गाते चल रहे थे। शिवचौक पर किन्नरों ने भगवान भोलेनाथ को सवा दो किलो चांदी का छत्र तथा सवा 12 किलो पीतल का घंटा चढ़ाया। वहां उपस्थित एक महिला समेत तीन पंडितों को सोने व चांदी के बने तीन-तीन जेवर भेंट किए। इसके बाद सभी किन्नर भगत ¨सह रोड स्थित पीर बाबा की मजार पर पहुंचे और मजार पर चादर चढ़ाकर देश में अमन-चैन व खुशहाली के लिए दुआएं की। कार्यक्रम में गुरु नाजिम, गुरु मनीषा, गुरु बेबी, गुरु नीतू, गुरु सुनीता, गुरु बनैनी, पप्पी आदि सहयोग रहा। गुरु हाजी नाजिम ने बताया कि सम्मेलन के कार्यक्रम समाप्त हो गए हैं। अभी दो दिन का खाना खिलाना बचा है। कार्यक्रम समाप्ति के बाद कुछ किन्नर अपने-अपने जनपद व प्रांत के लिए रवाना हो गए हैं, जबकि 30 नवंबर को जाएंगे।