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नागिन नदी होगी पुनर्जीवित..अभियान शुरू

नागिन नदी यानी काली नदी को पुनर्जीवित करने के लिए बुधवार को नीर फाउंडेशन ने नदी के उद्गमनस्थल अंतवाड़ा गांव में अभियान की शुरूआत की।

By JagranEdited By: Published: Wed, 09 Oct 2019 07:13 PM (IST)Updated: Wed, 09 Oct 2019 07:13 PM (IST)
नागिन नदी होगी पुनर्जीवित..अभियान शुरू
नागिन नदी होगी पुनर्जीवित..अभियान शुरू

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नागिन नदी यानी काली नदी को पुनर्जीवित करने के लिए बुधवार को नीर फाउंडेशन ने नदी के उद्गम स्थल अंतवाड़ा गांव में अभियान की शुरुआत की। नदी से अवैध कब्जे हटवाए गए। पहले चरण में रिचार्जिंग पिट बनाए जाएंगे।

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गंगा की सहायक नागिन नदी का उद्गम अंतवाड़ा गांव से हुआ। यह मेरठ, हापुड़, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज, फर्रूखाबाद होती हुई कन्नौज तक जाती है। 498 किमी लंबी इस नदी को मुजफ्फरनगर में नागिन नदी, मेरठ में काली नदी व कन्नौज में कालिंदी नदी के नाम से जाना जाता है। इस पर लोगों ने अवैध कब्जे करके फसल उगा रखी है। नदी के स्रोत बंद हो गए। नीर फाउंडेशन ने इस नदी को पुनर्जीवित करने का बीड़ा उठाया। अंतवाड़ा में नदी की 160 बीघा भूमि पर अवैध कब्जा हटवाया गया। बुधवार को नदी के पुनर्जीवित करने के अभियान का शुभारंभ एसडीएम अजय कुमार अंबष्ट ने जेसीबी मशीन नारियल फोड़कर किया।

नीर फाउंडेशन के निदेशक रमन कांत त्यागी ने बताया कि इस नदी के उद्गम स्थल को पुनर्जीवित करने का प्रयास पिछले छह माह से किया जा रहा है। 160 बीघा भूमि को कब्जा मुक्त कराया गया। जगह-जगह रिचार्जिंग पिट बनाए जाएंगे। इसके लिए जेसीबी मशीन से खोदाई शुरू कर दी गई है। वन विभाग द्वारा नदी किनारे पौधे रोपे जाएंगे। जेसीबी मशीन चलने के बाद कई जगह नीचे से पानी आना शुरू हो गया। बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने श्रमदान किया। इस कार्य में शुभम कौशिक, समन्वयक इंद्रजीत, मुकेश, मस्तराम नागर, नीतू, प्रशांत, जगमाल शर्मा आदि सहयोग रहा।


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