Move to Jagran APP

चीनी मिलों ने शुरू किया नए पेराई सत्र का भुगतान

जिले की दो चीनी मिलों ने नए पेराई सत्र का भुगतान शुरू कर दिया है। मंसूरपुर व टिकौला चीनी मिलों ने चालू पेराई सत्र का 31 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है जबकि भैसाना व मोरना चीनी मिलों पर गत पेराई सत्र का 223 करोड़ रुपये बकाया है।

By JagranEdited By: Published: Mon, 22 Nov 2021 11:52 PM (IST)Updated: Mon, 22 Nov 2021 11:52 PM (IST)
चीनी मिलों ने शुरू किया नए पेराई सत्र का भुगतान
चीनी मिलों ने शुरू किया नए पेराई सत्र का भुगतान

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जिले की दो चीनी मिलों ने नए पेराई सत्र का भुगतान शुरू कर दिया है। मंसूरपुर व टिकौला चीनी मिलों ने चालू पेराई सत्र का 31 करोड़ रुपये का भुगतान कर दिया है, जबकि भैसाना व मोरना चीनी मिलों पर गत पेराई सत्र का 223 करोड़ रुपये बकाया है।

loksabha election banner

जिले में आठ चीनी मिलें हैं। चालू पेराई सत्र में मोरना मिल ने 31 अक्टूबर को गन्ना पेराई शुरू की थी। खतौली व मंसूरपुर मिल ने सात नवंबर, तितावी व खाईखेड़ी ने 10 नवंबर, भैसाना मिल ने आठ नवंबर तथा टिकौला मिल ने नौ नवंबर को गन्ना पेराई शुरू की थी। गन्ना एक्ट के अनुसार मिलों को 14 दिन में भुगतान कर देना चाहिए। इन मिलों ने अभी तक 241.52 लाख कुंतल गन्ना पेराई कर लिया है। पेराई किए गए गन्ने की एसएपी की दर से कीमत करीब 241 करोड़ रुपये बैठती है। सहकारी क्षेत्र की मिल मोरना पर गत पेराई सत्र 25.95 करोड़ रुपये तथा निजी क्षेत्र की भैसाना मिल पर 198.42 करोड़ रुपये किसानों का बकाया है। चालू पेराई सत्र के भुगतान की शुरूआत भी मंसूरपुर व टिकौला चीनी मिलों ने कर दी है। मंसूरपुर मिल ने 16.85 करोड़ रुपये व टिकौला मिल ने 14.07 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। जिला गन्ना अधिकारी डा. आरडी द्विवेदी ने कहा कि दो मिलों ने चालू पेराई सत्र का भुगतान शुरू कर दिया है। शीघ्र ही अन्य मिलें भी भुगतान शुरू कर देंगी।

स्वयं के रोजगार को किया जाएगा प्रशिक्षित

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली खंड विकास कार्यालय में सोमवार को समूह की महिलाओं को रोजगार के लिए जागरूक किया गया। महिलाओं को स्वयं के रोजगार के लिए अगरबत्ती, धूपबत्ती और मोमबत्ती आदि उत्पाद बनाने की जानकारी दी गई। उत्पादों की आनलाइन मार्केटिंग भी की जाएगी। एलआरएम के जरिए संचालित स्वयं सहायता समूहों को सक्रिय किया जा रहा है। स्वयं का रोजगार मुहैया होने से महिलाएं आत्मनिर्भर होंगी और उनके परिवार का विकास होगा।

प्रशिक्षण संस्थान के मैनेजर अमित कुमार ने समूह की महिलाओं को उत्पादों के प्रशिक्षण की जानकारी दी। राष्ट्रीय ग्रामीण मिशन के ब्लाक मैनेजर हरिओम शर्मा ने बताया कि नानाजी देशमुख पीएनबी ग्रामीण प्रशिक्षण रोजगार संस्थान से संपर्क किया गया है। मढ़करीमपुर व तिगाई गांवों की स्वयं सहायता समूह की महिलाओं को इस योजना के बारे में बताया गया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.