चीनी मिलें शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित करें: डीएम
मुजफ्फरनगर डीएम अजय शंकर पांडेय ने गुरुवार को कलक्ट्रेट के लोकवाणी भवन में जिले की चीनी मिलों द्वारा पेराई सत्र 201
मुजफ्फरनगर: डीएम अजय शंकर पांडेय ने गुरुवार को कलक्ट्रेट के लोकवाणी भवन में जिले की चीनी मिलों द्वारा पेराई सत्र 2018-19 में किए गए गन्ना भुगतान और बकाया की समीक्षा की। उन्होंने मिल के अधिकारियों एवं प्रतिनिधियों को गन्ना भुगतान शत-प्रतिशत करना सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
बैठक में डीएम ने चीनी मिलों के अधिकारियों व प्रतिनिधियों को गन्ना भुगतान की कार्य योजना बनाकर तीन दिन में प्रस्तुत करने को कहा। समीक्षा में पाया कि जिले की चीनी मिलों द्वारा 787 लाख कुंतल गन्ने की खरीद कर 90 लाख कुन्तल चीनी का उत्पादन किया। वर्तमान में रिकवरी 11.51 प्रतिशत है। गन्ना के देय 252695.29 लाख रुपये के सापेक्ष चीनी मिलों ने अब तक 158739.94 लाख रुपये का भुगतान किया। आज तक टिकौला शुगर मिल द्वारा 30959.36 लाख का भुगतान किया। मोरना शुगर मिल ने 9406.75 लाख, तितावी शुगर मिल ने 22628.53 लाख, खतौली शुगर मिल ने 45654.14 लाख, मंसूरपुर मिल ने 30107.21 लाख, रोहाना मिल ने 4326.30 लाख, खाईखेड़ी मिल ने 6891.71 लाख, भैंसाना मिल ने 8765.94 लाख रुपये का भुगतान किया। डीएम ने मिलों के गन्ना अवशेष मूल्य के भुगतान हेतु कार्ययोजना व किन संसाधनों से शत प्रतिशत भुगतान किया जाएगा के संबंध में सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों के बकाया भुगतान के लिए चीनी मिले द्वारा क्या-क्या विकल्प हो सकते हैं, इसकी सूचना शीघ्र उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिन चीनी मिलों की सीसीएल नहीं है, उनके भुगतान की क्या कार्ययोजना है उनका भुगतान का क्या प्लान है, कितनी चीनी बेचकर भुगतान किया जा सकता है की सूचना उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। डीएम ने क्रेडिट लिमिट वाली मिल खतौली, मंसूरपुर, टिकौला व मोरना को निर्देश कि किसानों का भुगतान सुनिश्चित करें। उन्होने कहा कि नॉन सीसीएल वाली चीनी मिल तितावी, रोहाना, भैसाना व खाईखेड़ी चीनी बिक्री कर अवशेष गन्ना भुगतान सुनिश्चित कराएं। बैठक में एडीएम ई अमित सिंह, एसडीएम धर्मेंद्र, जिला गन्ना अधिकारी आरडी द्विवेदी आदि अधिकारी मौजूद रहे।