शारदा योजना से बच्चों को दिलाएं शिक्षा, अभिभावकों को समझाएं
खतौली क्षेत्र में बीआरसी भैंसी कार्यालय पर सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि स्कूल छोड़ चुके बच्चों को शारदा योजना के तहत शिक्षा दिलाई जाए। उन्हें स्कूल लाने के लिए अभिभावकों को समझाया जाए।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली क्षेत्र में बीआरसी भैंसी कार्यालय पर सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक एवं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने विभागीय योजनाओं की समीक्षा की। बैठक में उन्होंने कहा कि स्कूल छोड़ चुके बच्चों को शारदा योजना के तहत शिक्षा दिलाई जाए। उन्हें स्कूल लाने के लिए अभिभावकों को समझाया जाए। इसके साथ ही मध्याह्न भोजन समेत विभाग की सभी योजनाओं का लक्ष्य एवं कार्य दुरुस्त किया जाए। विद्यालय कायाकल्प योजना के सभी बिदुओं की गहनता से पड़ताल की गई।
मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक (बेसिक) योगराज सिंह, बीएसए मायाराम, एबीएसए नरेंद्र सिंह ने बीआरसी कार्यालय पर समीक्षा बैठक आहुत की। इसमें संकुल शिक्षकों के कार्यो की समीक्षा की गई। एडी बेसिक योगराज सिंह ने कहा कि कायाकल्प योजना के तहत विद्यालयों को बेहतर बनाने का कार्य किया गया है। इसके 14 बिदु है, जिनकी जांच की जा रही है। मध्याह्न भोजन के तहत खाद्यान्न वितरण की पूछताछ की गई। उन्होंने कहा कि स्कूल छोड़ बच्चों को शिक्षा दिलाने के लिए शारदा व दिव्यांग बच्चों के लिए समर्थ योजना लागू की गई है। इनके बारे में बच्चों के अभिभावकों को बताया जाए। प्रेरणा लक्ष्य, तालिका के साथ खंड विकास को प्रेरक ब्लाक बनाने पर जोर दिया जाए। बीएसए मायाराम ने कहा कि मिशन प्रेरणा तथा विभागीय योजनाओं को लागू कराने के लिए शिक्षक अधिक प्रयास करें। इस दौरान विनीता सिंह, योगेश कुमार, अमरेश शर्मा आदि शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए। बैठक के बाद अधिकारियों ने बीआरसी पर शिक्षा का माहौल तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में कुलदीप जैन, विजय वर्मा, कपिल पंवार, मोहित कुमार, नीरज कुमार आदि मौजूद रहे।