गन्ना लदे ओवरलोडेड वाहनों से दुर्घटना का खतरा
खतौली चीनी मिल में गन्ने की आपूर्ति के चलते कस्बे और देहात के मार्गो पर गन्ने के ओवरलोडेड वाहनों की आवाजाही बढ़ गई हैं। ओवरलोडेड ट्रक और ट्रैक्टर ट्रालियां एक ओर झुककर चलती है। ऐसे दुर्घटना का खतरा बना रहता है। परिवहन विभाग व पुलिस इनकी रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। खतौली चीनी मिल में गन्ने की आपूर्ति के चलते कस्बे और देहात के मार्गो पर गन्ने के ओवरलोडेड वाहनों की आवाजाही बढ़ गई हैं। ओवरलोडेड ट्रक और ट्रैक्टर ट्रालियां एक ओर झुककर चलती है। ऐसे दुर्घटना का खतरा बना रहता है। परिवहन विभाग व पुलिस इनकी रोकथाम के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती है।
खतौली त्रिवेणी शुगर मिल में कई सौ गांवों से गन्ने की सप्लाई की जाती है। किसान ट्रैक्टर ट्रालियों और बुग्गियों से मिल के गेट या गन्ना तौल केंद्रों पर गन्ना डालते हैं। केंद्र से बड़ी ट्रैक्टर ट्रालियों और ट्रकों से गन्ना लादकर मिल को सप्लाई किया जाता है। इन ट्रकों और ट्रैक्टर ट्रालियों में क्षमता से अधिक गन्ना लाद दिया जाता है कि वे तिरछे होकर पलट जाते हैं। ऐसे वाहनों की चपेट में आकर कई बार बिजली के खंभे भी टूट चुके हैं। न तो परिवहन विभाग और न ही पुलिस ओवरलोडेड गन्ने से लदे वाहनों पर अकुंश के लिए ठोस कदम नहीं उठाती है। अतिक्रमण हटाओ अभियान को दिखा रहे ठेंगा
जागरण संवाददाता, खतौली : प्रशासन व नगर पालिका परिषद कस्बे में अक्सर अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाता है, लेकिन यह प्रभावी ढंग से न चलाए जाने से अतिक्रमणकारियों के हौंसले बुलंद हैं। व्यापारियों ने यहां सड़क के बीच ही बोर्ड लगा दिए हैं, जिससे आवागमन में परेशानी हो रही है। अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
कस्बे को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए प्रशासन, पुलिस व नगर पालिका अधिकारियों ने कई बार अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। दुकानदारों को चेतावनी देकर उनके चालान कर जुर्माना वसूला गया। ऐसे में जनता को लगा कि उन्हें अतिक्रमण से निजात मिलेगी। अभियान प्रभावी ढंग से न चलाए जाने से दुकानदार अतिक्रमण करने से बाज नहीं आ रहे हैं। सड़कों पर दुकानदारों ने सामान रखने के साथ-साथ अपनी दुकान के प्रचार बोर्ड भी लगा रखे हैं। यहां दिन में कई बार जाम लगता है। प्रशासन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है।