बकाया भुगतान को कांवड़ यात्रा बाद होगा शहर जाम
बिजली बिलों में गड़बड़ी ठीक कराने तथा बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की मांग को लेकर भाकियू की बैठक में कांवड़ बाद शहर को चक्का जाम करने का निर्णय लिया गया।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बिजली बिलों में गड़बड़ी ठीक कराने तथा बकाया गन्ना मूल्य भुगतान की मांग को लेकर भाकियू की बैठक में कांवड़ बाद शहर को चक्का जाम करने का निर्णय लिया गया।
रविवार को महावीर चौक स्थित कार्यालय पर भाकियू की बैठक हुई। बैठक में बिजली बिलों को लेकर विभाग की हठधर्मिता तथा बकाया गन्ना मूल्य भुगतान पर चर्चा की गयी और आंदोलन की रणनीति पर चर्चा की गयी। भाकियू जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने कहा कि मीरापुर में किसान नीरज ने बिजली विभाग के अधिकारियों से परेशान होकर आत्महत्या की है। इस संबंध में जब तक पीड़ितों को न्याय नहीं मिलेगा और विद्युत कर्मचारियों व अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी, नामजदों को जेल नहीं भेजा जाएगा। भाकियू पीड़ितों के साथ मिलकर आंदोलन चलाएगी। उन्होंने कहा कि बिजली बिलों की सुनवाई कहीं नहीं हो रही। किसानों के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। लोकसभा चुनाव के बाद से मिलों ने गन्ना भुगतान नहीं किया। बकाया के चलते प्रशासन किसानों के खिलाफ तुरन्त कार्रवाई करता है। भुगतान न करने पर चीनी मिलों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। भाजपा सरकार भी पिछली सरकारों के नक्शेकदम पर चलकर मिलों पर कार्रवाई करने से डर रही है। भाकियू का सदस्यता अभियान बढ़ाकर 15 अगस्त तक कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यदि कोई भाकियू कार्यकर्ता गलत कार्यों में लिप्त पाया गया, उसके खिलाफ संगठन कड़ी कार्रवई करेगा। निर्णय हुआ कि यदि समस्या समाधान नहीं हुआ तो भाकियू कांवड़ बाद शहर में चक्का जाम करेगी। अध्यक्षता रणबीर मुखिया व संचालन विकास शर्मा ने किया। बैठक में अंकित चौधरी, विकास चौधरी, ओमप्रकाश शर्मा महकार सिंह, अशोक, विपिन मेहंदीयान, आशू अहलावत, देव अहलावत, शक्ति चौधरी, मांगेराम त्यागी, कमल शर्मा, अहसान त्यागी समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।