अंतर्मन के रावण को जलाकर किया राख
पुरकाजी : बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक त्योहार विजय दशमी हर्षोल्लास से मनाया गया। ग्राम
पुरकाजी : बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक त्योहार विजय दशमी हर्षोल्लास से मनाया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में पूजा-पाठ के अलावा कस्बे में चल रही रामलीला का समापन रावण, मेघनाद व कुंभकर्ण के पुतलों को जलाने के बाद हुआ। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे।
क्षेत्र में दशहरे का पर्व धूमधाम से मनाया। लोगों ने घरों में सुबह दशहरे का पूजन किया। देहात के फलौदा, भैसानी, हरेटी, लखनौती व सलेमपुर आदि गांवों के अलावा कस्बे में चल रही रामलीला में शुक्रवार शाम राम-सीता, लक्ष्मण, हनुमान, रावण, कुंभकर्ण व मेघनाद आदि की झांकियों को ट्रैक्टर-ट्रॉली व बुग्गियों पर सजाया गया था। मेन रोड पर रामलीला भवन से शुरू हुई यात्रा मेन बाजार, खेड़ा दरवाजा, शहरदारान, हलवाईयान, मेन रोड व खाईखेड़ी रोड से होती हुई सत्य विहार कालोनी के बाहर रावण दहन स्थल तक पहुंची। विधायक प्रमोद ऊंटवाल ने गुब्बारा उड़ाकर कार्यक्रम की शुरुआत कराई। काफी देर तक राम-रावण का युद्ध हुआ। उसके बाद आतिशबाजी व तीर के माध्यम से रावण के पुतले को आग के हवाले किया गया। कुछ ही देर में तीनों पुतले आतिशबाजी के साथ जलने लगे। इस दौरान प्रभारी निरीक्षक विजय ¨सह, रामलीला कमेटी अध्यक्ष मणिकांत गोयल, महामंत्री वीरेंद्र ¨सह, हरिराम सक्सेना, अनिल गर्ग, रजनीश अग्रवाल, निर्दोष जैन, राजू स्वर्णकार, भानू शर्मा, डॉ. ओपी गौतम, नरेश मिगलानी, अतुल विक्रम ¨सह, सुशील कर्णवाल व मनोज कुमार आदि मौजूद रहे।