घर भेजे जाएंगे बीआइटी में क्वांरटाइन 196 लोग
मीरापुर स्थित बीआइटी में क्वारंटाइन किए गए सभी लोग अब अपने घरों को भेजे जाएंगे। अन्य प्रदेशों से पहुंचे लोगों को अब उनके घरों में ही क्वारंटाइन किया जाएगा। होम क्वारंटाइन के दरम्यान निगरानी की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान और सचिव की होगी। यदि होम क्वारंटाइन किए व्यक्ति अपने घरों से बाहर निकले तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मीरापुर स्थित बीआइटी में क्वारंटाइन किए गए सभी लोग अब अपने घरों को भेजे जाएंगे। अन्य प्रदेशों से पहुंचे लोगों को अब उनके घरों में ही क्वारंटाइन किया जाएगा। होम क्वारंटाइन के दरम्यान निगरानी की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान और सचिव की होगी। यदि होम क्वारंटाइन किए व्यक्ति अपने घरों से बाहर निकले तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
लॉकडाउन के दरम्यान दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और महाराष्ट्र समेत विभिन्न राज्यों से जिले की सीमा में पहुंचे लोगों के लिए मीरापुर में क्वारंटाइन जोन बनाया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश, जो जहां है वहीं रहेगा, के बाद प्रशासन ने तकरीबन 196 लोगों को बीआइटी में क्वारंटाइन किया था। इसके बाद लोगों ने क्वारंटाइन जोन में खाने-पीने, सैनिटाइजर, बेड आदि नहीं होने के आरोप लगाते हुए हंगामा किया। इसकी कई वीडियो भी वायरल हुई। हालांकि प्रशासनिक अधिकारी सबकुछ सही होने और पूरी व्यवस्थाएं होने का दावा करते हुए आरोपों को घर जाने के लिए क्वारंटाइन लोगों का बहाना करार दिया। प्रकरण केंद्रीय राज्यमंत्री डा. संजीव बालियान तक पहुंच गया। केंद्रीय राज्यमंत्री ने मंगलवार को देवल गुरुद्वारे में बातचीत कर खाने की व्यवस्था कराई। इसके बाद अफसरों से मंत्रणा कर पूरी स्थिति की जानकारी ली। बुधवार को केंद्रीय राज्यमंत्री से मंत्रणा के बाद प्रशासन ने बीआइटी में क्वारंटाइन लोगों को उनके घर भेजने पर सहमति बनी। अब बीआइटी में रखे गए लोग होम क्वारंटाइन किए जाएंगे। इसके लिए ग्राम प्रधान और सचिव के साथ-साथ उनके परिजनों को जिम्मेदारी सौंपी गई है। यदि क्वारंटाइन व्यक्ति घर से बाहर निकलता मिला तो उसके व उसके परिजनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इन्होंने कहा
बीआइटी में क्वारंटाइन लोग घर जाने की जिद पर अड़े थे। प्रशासन से बातचीत के बाद उन्हें होम क्वारंटाइन करने का फैसला किया गया है। होम क्वारंटाइन अवधि में घर से बाहर नहीं निकलने के लिए ग्राम प्रधान, ग्राम सचिव और उनके परिजनों की सीधी जिम्मेदारी होगी।
- डॉ. संजीव बालियान, केंद्रीय राज्यमंत्री