पुरानी पेंशन बहाली को गरजे कर्मचारी
मुजफ्फरनगर : शिक्षकों व कर्मचारियों ने विकास भवन में प्रदर्शन कर कहा कि जब तक पुरानी पेंश
मुजफ्फरनगर : शिक्षकों व कर्मचारियों ने विकास भवन में प्रदर्शन कर कहा कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने केंद्र और प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। साथ ही घरों पर पोस्टर चस्पा करने का अभियान तेज करने की अपील की।
उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर मंगलवार को विकास में धरना-प्रदर्शन करते हुए कर्मचारियों ने कहा कि पुरानी पेंशन बंद कर केंद्र और प्रदेश सरकार ने कर्मचारियों की बुढ़ापे की लाठी छीन ली है। जब अधिकारियों और कर्मचारियों की पुरानी पेंशन बंद की गई है तो सांसदों और विधायकों पर यह नियम क्यों लागू नहीं किया जा रहा है? प्रदर्शन करते हुए कहा कि पुरानी पेंशन व्यवस्था बहाल की जाए। संविदा और आउटसोर्सिग व्यवस्था बंद की जाए। आंगनवाणी, आशा, संगिनी रसोइयां, महिला समाख्या कार्यकत्री, पीआरडी जवान, मनरेगा कार्मिकों आदि को सरकारी कर्मचारी घोषित किया जाए। मानदेय 18,000 रुपये किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि पुरानी पेंशन बहाली नहीं हुई तो आगामी लोकसभा चुनाव में राजनीतिक दलों का बहिष्कार किया जाएगा। सभी से आह्वान किया कि घरों पर पुरानी पेंशन बहाली को लेकर पोस्टर लगवाएं। महासंघ के अध्यक्ष राहुल चौधरी ने बताया कि बुधवार को भी धरना जारी रहेगा। इस दौरान रवींद्र नागर, संजीव बालियान, राजेंद्र ¨सह, हरेंद्र मलिक,अर¨वद मलिक, राखी, रेणू, आदर्श चौधरी, सोमपाल, आदर्श चौधरी, विकास, सुधीर, पवन, गौरव त्यागी व राजेश आदि मौजूद रहे।