पुलवामा में हमला हुआ नहीं, कराया गया है!
राशिद अली, मुजफ्फरनगर पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 से अधिक सीआरपीएफ जवानों की मौत
राशिद अली, मुजफ्फरनगर
पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 से अधिक सीआरपीएफ जवानों की मौत पर देश शोक संतप्त है। वहीं घटना को लेकर प्रदेश के पीईएस एसोसिएशन अधिकारियों के ग्रुप पर जिले के बीएसए ने अभद्र टिप्पणी कर आतंकी हमले पर सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने लिखा है कि 'जवानों पर हमला कराया गया है, हुआ नहीं है'।
जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। वाट्सएप ग्रुप व अन्य सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणियों को लेकर मुकदमे दर्ज कराए जा रहे हैं। ऐसे में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। प्रदेश के पीईएस (प्रोवेंशियल एजूकेशन सर्विस) एसोसिएशन के वाट्सएप ग्रुप पर 400 से अधिक अधिकारी एड हैं। ग्रुप पर मिड-डे मील निदेशालय में तैनात एक अधिकारी सूर्य प्रताप ने लिखा है कि 'अपनी जान की कुर्बानी देकर सैनिक देश की रक्षा कर रहे हैं.और हम हैं कि अपने देश को मजबूती देने के लिए कुछ नहीं कर पा रहे'।
उनकी इस पोस्ट पर जवाब देते हुए बीएसए मुजफ्फरनगर दिनेश यादव ने देश के नेतृत्व पर सवाल खड़ा करते हुए अपने निजी फोन नंबर से अनर्गल टिप्पणी की है। उन्होंने सूर्य प्रताप की पोस्ट को इंगित कर जवाब में लिखा है कि 'आप जैसे लोग रूम के अंदर रहकर बोलते हैं। हिम्मत हो तो गलत को गलत बोलकर दिखाओ। वाट्सएप पर उपदेश सबको अच्छा लगता है। दम हो तो बाहर निकलो। जवानों पर अटैक कराया गया है, हुआ नहीं है'।
पीईएस एसो. के वाट्सएप ग्रुप में शामिल मिड-डे मील निदेशालय में अधिकारी सूर्य प्रताप से बात की गई तो उन्होंने इस पोस्ट से अनभिज्ञता जाहिर की। बीएसए से फोन पर संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया। खोज की गई तो उनके निजी नंबर पर चल रहे वाट्सएप अकाउंट पर उनकी स्वयं की डीपी लगी मिली, लेकिन कुछ देर बाद ही बीएसए दिनेश यादव ने अपने वाट्सएप अकाउंट से अपनी तस्वीर वाली डीपी हटा ली। इनका कहना है
मामला संज्ञान में नहीं है। जांच कराई जाएगी।
- डा. अजय शंकर पांडेय, डीएम।