सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस
देहरादून के प्रापर्टी डीलर व हिस्ट्रीशीटर पंकज सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट उजागर करने से पुलिस कतरा रही है। पुलिस को फरार शूटरों के भूमिगत होने का भी अंदेशा है। हालांकि शूटरों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई है। प्रापर्टी डीलर के शव को फॉर्यूनर में किस मार्ग से लाया गया। इसके लिए पुलिस सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन । देहरादून के प्रापर्टी डीलर व हिस्ट्रीशीटर पंकज सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट उजागर करने से पुलिस कतरा रही है। पुलिस को फरार शूटरों के भूमिगत होने का भी अंदेशा है। हालांकि शूटरों को पकड़ने के लिए टीम गठित की गई है। प्रापर्टी डीलर के शव को फॉर्च्यूनर में किस मार्ग से लाया गया। इसके लिए पुलिस सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है।
मीरापुर व जानसठ रोड के मोड़ पर शनिवार सुबह फॉर्च्यूनर में प्रॉपर्टी डीलर पंकज सिंह पुत्र राजाराम निवासी आदर्श विहार नत्थनपुर थाना नेहरू कालोनी देहरादून का खून से लथपथ शव मिला था। उसकी छाती में कई गोलियां लगी थीं और धारदार हथियार के निशान थे। कार से 315 बोर का एक तमंचा, कारतूस, दो मोबाइल, अंग्रेजी शराब की बोतल बरामद हुई थी। फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वाड ने घटनास्थल से सुबूत एकत्र किए थे। पुलिस ने रजबहे के पास विश्वकर्मा कल्याण समिति के नेता व एक टेंट की दुकान पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला पर अंधेरे में हत्यारे नजर नहीं आ रहे। वहीं, पुलिस का कहना है कि कार में मिली टोल की रसीद की जांच-पड़ताल की जाएगी। देहरादून में भी टीम जाएगी। पुलिस का कहना है कि हत्याकांड के आरोपित आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। हत्या के बाद से उनके भूमिगत होने की आशंका है। शीघ्र उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। उनके गिरफ्त में आने पर ही हत्याकांड का पर्दाफाश हो सकेगा।
इंस्पेक्टर संतोष कुमार त्यागी का कहना है कि आरोपितों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम लगाई है। उनके ठिकानों पर दबिश दी जाएगी। पंकज की पत्नी के आरोपों के अनुसार चमोली जेल में बंद कुख्यात जितेंद्र उर्फ जित्ती से भी पूछताछ होगी। उन्होंने बताया कि पंकज के शरीर से एक गोली निकली है, जबकि दो गोलियों के निशान कार पर मिले। कार से बरामद सभी सामान को सील किया गया।
गैंगवार, रंगदारी व प्रापर्टी विवाद पर भी फोकस
प्रापर्टी डीलर की पत्नी अंशु ने जितेंद्र उर्फ जित्ती पर रंगदारी न देने पर पति की हत्या करवाने का आरोप लगाया है। गैंगवार, रंगदारी या फिर प्रापर्टी डीलिंग के विवाद को लेकर तो उसकी हत्या नहीं हुई, इन सभी पहलुओं पर भी पुलिस का फोकस रहेगा। पुलिस का कहना है कि हत्यारोपित मंसूरपुर थाना क्षेत्र के गांव जड़ौदा निवासी रामवीर के बारे में भी जांच जारी है। जानकारी मिली है कि वह अपनी प्रापर्टी बेच चुका है।