राजनीतिक दल वोट मांगकर शर्मिदा न करें
आवास पर पोस्टर चस्पा कर राजनीतिक दल को वोट ने देने की अपील की है। उन्होंने नोटा के विकल्प की ओर भी इशारा किया है।
मुजफ्फरनगर : पुरानी पेंशन बहाली के लिए राज्य कर्मचारियों समेत शिक्षकों ने आंदोलन का नया तरीका अपनाया है। उन्होंने आवास पर पोस्टर चस्पा कर राजनीतिक दल को वोट ने देने की अपील की है। उन्होंने नोटा के विकल्प की ओर भी इशारा किया है।
पुरानी पेंशन बहाली के लिए कर्मचारी और शिक्षक काफी दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। जनपद में रविवार को सरकारी कर्मचारियों ने आवास पर पोस्टर चस्पा किए हैं, जिसमें राजनीतिक दलों का विरोध किया है। पोस्टर में लिखा है कि 'यहां पेंशन विहीन सरकारी कर्मचारी का परिवार निवास करता है। पुरानी पेंशन नीति बहाल न होने तक कोई भी राजनीतिक दल अथवा व्यक्ति वोट मांगकर शर्मिदा न हों'। आगे लिखा है कि ईवीएम में नोटा का विकल्प भी उपलब्ध है। शहर में साउथ सिविल लाइन, जाट कालोनी, शिक्षक कालोनी व आदर्श कालोनी आदि स्थानों पर पोस्टर चस्पा किए गए हैं।
उप्र राज्य कर्मचारी महासंघ के जिलाध्यक्ष राहुल चौधरी का कहना है कि शिक्षकों व कर्मचारी ने पुरानी पेंशन बहाली को पोस्टर वार की मुहीम शुरू की गई है। सरकार अब भी नहीं चेती तो आगामी लोकसभा चुनाव में खामियाजा उठाना पड़ सकता है। आठ और नौ जनवरी को प्रांतीय आह्वान पर कर्मचारी और शिक्षक विकास भवन में धरना-प्रदर्शन करेंगे।
यूनाइटेड टीचर्स एसोसिएशन (यूटा) के जिलाध्यक्ष अर¨वद मलिक का कहना है कि कर्मचारी और शिक्षक हित में दीवारों पर पोस्टर चस्पा किए जा रहे हैं। जब तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं होती आंदोलन जारी रहेगा। राजनीतिक दल जब उनकी आवाज नहीं उठा सकते तो वोट मांगने का भी उन्हें अधिकार नहीं है।