जिला चार सुपर जोन, 20 सेक्टरों में विभाजित
बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को भूमि व शिलापूजन कार्यक्रम के मद्देनजर जनपद में अलर्ट की स्थिति है। डीएम सेल्वा कुमारी जे व एसएसपी अभिषेक यादव ने भ्रमण कर जनपद में सांप्रदायिक सुरक्षा का जायजा लिया। सुरक्षा की दृष्टि से व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले को चार जोन तथा 20 सेक्टरों में विभाजित किया गया है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। बुधवार को अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को भूमि व शिलापूजन कार्यक्रम के मद्देनजर जनपद में अलर्ट की स्थिति है। डीएम सेल्वा कुमारी जे व एसएसपी अभिषेक यादव ने भ्रमण कर जनपद में सांप्रदायिक सुरक्षा का जायजा लिया। सुरक्षा की दृष्टि से व्यवस्था बनाए रखने के लिए जिले को चार जोन तथा 20 सेक्टरों में विभाजित किया गया है।
राम जन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन का तीन दिवसीय अनुष्ठान सोमवार से शुरू हो गया था। बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंदिर की आधारशिला रखेंगे। जनपद में सांप्रदायिक सौहार्द की सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी अलर्ट मोड पर हैं। डीएम सेल्वा कुमारी जे तथा एसएसपी अभिषेक यादव ने मंगलवार को विभिन्न स्थानों का निरीक्षण कर सुरक्षा का जायजा लिया। दोनों आला अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा व कानून व्यवस्था के दृष्टिगत जनपद को चार सुपर जोन तथा 20 सेक्टरों में विभाजित किया गया है। दोनों आला अधिकारियों ने मंगलवार को निरीक्षण के दौरान ड्यूटी प्वाइंट्स चेक किए। उन्होंने वहां तैनात पुलिस बल को जाम की स्थिति न उत्पन्न होने देने तथा बैरियर लगाकर सघन चेकिग करने के लिए निर्देशित किया। एसएसपी ने बताया कि सभी क्षेत्राधिकारियों तथा थान प्रभारियों को निर्देश दिए गए है कि अपने-अपने क्षेत्र में भ्रमणशील रहें, सामाजिक तत्वों पर तत्काल कार्रवाई करें। साथ ही दंगा नियंत्रण उपकरणों को साथ रखें तथा शांति व सौहार्दपूर्ण वातावरण बनाए रखें।
डाग स्क्वायड ने भांपी सुरक्षा
जिले के आला अधिकारियों सहित स्थानीय अभिसूचना इकाई ने भी विभिन्न धार्मिक व सार्वजनिक स्थानों का भ्रमण कर सुरक्षा की स्थिति का जायजा लिया। शिव चौक सहित मीनाक्षी चौक व अन्य स्थानों पर डॉग स्कवायड ने सुरक्षा का जायजा लिया।
सोशल मीडिया की होगी निगरानी
पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं। सोशल मीडिया के माध्यम से सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने वालों पर पैनी नजर रखी जा रही है। साइबर सेल को इस संबंध में विशेष निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी गई। सेल में तैनात अधिकारी व एक्सपर्ट वाट्सअप, फेसबुक तथा ट्विटर आदि पर नजर रखेंगे तथा किसी भी आपत्तिजनक पोस्ट पर आरोपित की गिरफ्तारी सुनिश्चित कराकर कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।