विधवा की हत्या में बेटी के जेठ पर शिकंजा
पुलिस जांच में हुआ नया राजफाश, आरोपित निकले बेगुनाह। बुढ़ाना का दभेड़ी निवासी हुसैन गिरफ्तार, गाड़ी भी बरामद।
मुजफ्फरनगर : अगस्त माह में मीरापुर क्षेत्र के कुतुबपुर निवासी विधवा की हत्या के मामले में पुलिस ने जांच के बाद नया राज खोला है। गैर इरादतन हत्या के इस मामले में आरोपितों को पुलिस ने क्लीन चिट देते हुए इस मामले में मृतक विधवा की पुत्री के जेठ को गिरफ्तार किया है।
मीरापुर थाना क्षेत्र के कुतुबपुर गांव के जंगल से दो अगस्त को विधवा का शव बरामद हुआ था। इस मामले में विधवा की पुत्री ने मीरापुर थाना क्षेत्र के कुतुबपुर गांव निवासी शकील पुत्र सुक्खा, अकरम पुत्र शकील व कोतवाली शहर थाना क्षेत्र के मिमलाना निवासी इस्लाम पुत्र शमशाद के विरुद्ध गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले में रविवार को पुलिस लाइन में प्रेस वार्ता करते हुए एसएसपी सुधीर कुमार ¨सह ने बताया कि मीरापुर थाना में 18 सितंबर को दर्ज विधवा के गैर इरादतन हत्या के मुकदमे में शकील, इस्लाम व अकरम की नामजदगी जांच में झूठी पाई गई। उन्होंने बताया कि विवेचना के दौरान बुढ़ाना थाना क्षेत्र के दभेड़ी गांव निवासी अभियुक्त हुसैन पुत्र जुल्फिकार का नाम प्रकाश में आया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है। उस महिन्द्रा पिकअप गाड़ी को भी बरामद कर लिया गया, जिसमें मृतका का शव डालकर कुतुबपुर के जंगल में फेंका गया था। इस मौके पर एसपी देहात, थाना प्रभारी मनोज चौधरी भी मौजूद रहे। गर्भपात की दवा बनी मौत की वजह
पुलिस ने बताया कि विधवा की मौत का कारण गर्भपात के लिए दाई से ली गई दवा बनी थी। बताया कि गलत दवा लेने से महिला को ज्यादा रक्तस्त्राव हो गया था, जो रुक नहीं पाया और उसकी मौत हो गई। बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी मौत की वजह अधिक रक्तस्त्राव ही बताया गया।
अवैध संबंध में हुई थी गर्भवती
पुलिस जांच में सामने आया कि मृतका के उसकी पुत्री के जेठ से अवैध संबंध हो गए थे। इससे वह गर्भवती हो गई। गर्भवती होने पर यह जानकारी उसने पुत्री के जेठ को दी तो उसने एक दाई से मिलकर उसे गर्भपात की दवा पहुंचवाई। दवा खाने पर उसे रक्तस्त्राव शुरू हो गया। इसके बाद आरोपित उसे गाड़ी में लेकर चिकित्सक के यहां जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही मौत होने पर वह शव जंगल में फेंक भाग गया था।
सर्विलांस से खुला मामला
एसएसपी ने बताया कि पुलिस ने घटना का पर्दाफाश इलेक्ट्रानिक्स सर्विलांस, स्वतंत्र साक्षी के बयान, घटनास्थल का निरीक्षण तथा गोपनीय स्त्रोत तथा अन्य पूछताछ की सहायता से किया।