दो साल बाद प्लांट चालू, निस्तारित होगा कूड़ा
नगर पालिका में दो साल की जद्दोजहद के बाद एटूजेड सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का संचालन शुरू कराया गया है। स्थानीय नगर निकाय प्रभारी ने अधिकारियों के साथ मिलकर प्लांट का जायजा लिया। इसके बाद सोमवार से ही तमाम मशीनरी को जांच कर चालू किया गया है। कूड़ा निस्तारण होने के बाद यहां जैविक खाद भी बनायी जाएगी। फिलहाल प्लास्टिक पालीथिन कचरे को अलग-अलग किया जाएगा।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। नगर पालिका में दो साल की जद्दोजहद के बाद एटूजेड सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट का संचालन शुरू कराया गया है। स्थानीय नगर निकाय प्रभारी ने अधिकारियों के साथ मिलकर प्लांट का जायजा लिया। इसके बाद सोमवार से ही तमाम मशीनरी को जांच कर चालू किया गया है। कूड़ा निस्तारण होने के बाद यहां जैविक खाद भी बनायी जाएगी। फिलहाल प्लास्टिक, पालीथिन कचरे को अलग-अलग किया जाएगा।
किदवईनगर में करीब छह करोड़ रुपये की लागत वर्ष 2011 में टूजेड सालिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट लगाया गया, जहां शहरभर के कूड़े को एकत्र कर उसका निस्तारण किया गया। वर्ष 2018 में प्लांट संचालन करने वाली कंपनी और पालिका के बीच विवाद हो गया, जिस कारण इसे बंद कर दिया गया। उसके बाद पालिका पर आर्थिक संकट गहराया तो प्लांट के पुन: प्रारंभ होने पर समस्या बन गई। गंदगी से सड़ रहे मोहल्ले और कालोनियों के लोगों में आक्रोश बढ़ गया। सोमवार को पालिका ने दिल्ली की रोल्ज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को प्लांट संचालन का टेंडर दिया है। सोमवार को कंपनी ने स्थानीय नगर निकाय प्रभारी अजय कुमार अंबष्ट, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. आरएस राठी के साथ प्लांट की मशीनरी को देखा है। प्लांट एक सप्ताह में पूरी तरह से गति पकड़ेगा।
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कूड़े के बड़े पहाड़ बने
किदवईनगर में कूड़े के बड़े-बड़े पहाड़ बने हुए हैं। शहर के पचास वार्ड और करीब 10 प्रमुख बाजारों से 150 मीट्रिक टन कूड़ा एकत्र होता है। वर्तमान में इस क्षेत्र में करीब 10,8000 मीट्रिक टन कूड़ा एकत्र हो चुका है, जिसे समाप्त करने में करीब दो माह से अधिक समय लगेगा। कूड़े से जैविक खाद बनाई जाएगी।
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इन्होंने कहा..
प्राइवेट कंपनी को टेंडर दिया गया है। सोमवार को कंपनी के अधिकारियों ने निरीक्षण किया है। कुछ मशीन चालू की गई हैं। एक सप्ताह में प्लांट पूर्ण रूप से चालू हो जाएगा।
-विनय कुमार मणि त्रिपाठी, ईओ, नगर पालिका।