फि¨शग कैट को तेंदुआ समझकर सहमे लोग
वन विभाग ने जंगली बिल्ली को कब्जे में लिया। चिकित्सीय परीक्षण करा वन्य क्षेत्र में छुड़वाया।
खतौली : नेशनल हाईवे पर भंगेला गांव के समीप गुरुवार रात किसी वाहन की चपेट में आकर फि¨शग कैट यानी जंगली बिल्ली घायल हो गई। उसे तेंदुआ का शावक समझकर लोग दहशत में आ गए। पुलिस व वन विभाग के कर्मचारी मौके पर पहुंचे। वनकर्मियों ने फि¨शग कैट को कब्जे में लिया। पशु चिकित्सकों से चिकित्सीय परीक्षण कराकर उसे वन्य क्षेत्र में छुड़वाने लिए भिजवा दिया। चीतल पार्क पर जंगली बिल्ली को देखने को खासी भीड़ रही।
हाइवे पर जंगली बिल्ली को देख लोगों ने उसे तेंदुआ का शावक समझ लिया। तेंदुआ के शावक के घायल होने की खबर फैलने से भीड़ जमा हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वन विभाग को सूचित किया। वन विभाग के सिपाही अंसीलाल, नंदकिशोर व देवेंद्र कुमार ने जांच कर बताया कि यह तेंदुआ का शावक नहीं, बल्कि फि¨शग कैट है। इस पर ग्रामीणों ने राहत महसूस की। उसे कब्जे में लेकर चीतल पार्क ले जाया गया। उसे ¨पजरे में रखा गया। उप प्रभागीय वनाधिकारी पीसी मथूरिया, वन क्षेत्राधिकारी मनोज कुमार बलौदी, उप वन क्षेत्राधिकारी मोहन कुमार बहुखंडी चीतल पार्क पहुंचे और फि¨शग कैट को देखकर उसके पकड़ने की जानकारी ली। पशु चिकित्सकों को बुलवाया गया। पशु चिकित्सकों ने फि¨शग कैट का चिकित्सीय परीक्षण किया। इसके बाद फि¨शग कैट को बैराज वन्य क्षेत्र में छुड़वाने के लिए भिजवाया गया। उप वन क्षेत्राधिकारी मोहन कुमार बहुखंडी ने बताया कि खतौली क्षेत्र में काफी समय से तेंदुआ का शोर मचा था। लोग फि¨शग कैट को देखकर उसे तेंदुआ समझ रह होंगे। यह उसी प्रजाति का जानवर होता है। दूर से देखने में इसका आकार तेंदुआ के शावक की भांति लगता है, लेकिन यह मनुष्य व जानवरों पर हमला नहीं करता है। यह नर व मादा होता है। फि¨शग कैट झील, नदियों या तालाबों के आसपास दिखाई देती है। वहां यह मछलियों का शिकार करती है। मछली इसका सर्वप्रिय भोजन है। फि¨शग कैट किसी वाहन की टक्कर से घायल हो गई। उसे चिकित्सीय परीक्षण कराकर वन्य क्षेत्र में छुड़वा दिया है। मादा फि¨शग कैट का वजन 5 से 9 किग्रा व नर का वजन 8 से 14 किग्रा तक होता है।