15 हजार लोग और सिर्फ दो राशन की दुकान
जानसठ कस्बे में 15 हजार लोग और करीब तीन हजार राशन कार्डों पर मात्र दो राशन की दुकान होने से लोग परेशान हैं। राशन के लिए लोगों को लंबी-लंबी लाइन के साथ ही घंटों तक राशन के लिए मारामारी करनी पड़ रही है। चेयरमैन ने कस्बे के लोगों की परेशानी को देखते हुए कस्बे के लिए राशन की और दुकानों की व्यवस्था करने की मांग की है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। जानसठ कस्बे में 15 हजार लोग और करीब तीन हजार राशन कार्डों पर मात्र दो राशन की दुकान होने से लोग परेशान हैं। राशन के लिए लोगों को लंबी-लंबी लाइन के साथ ही घंटों तक राशन के लिए मारामारी करनी पड़ रही है। चेयरमैन ने कस्बे के लोगों की परेशानी को देखते हुए कस्बे के लिए राशन की और दुकानों की व्यवस्था करने की मांग की है।
कस्बे में लगभग तीन हजार कार्डो पर राशन वितरण किया जाता है। इसके लिए कस्बे में वर्तमान में मात्र दो दुकान की काम कर रही है, जबकि कस्बे में पूर्व में पांच दुकानों पर राशन वितरण किया जाता था। इसमें प्रत्येक दुकान पर बराबर कार्ड थे, लेकिन करीब डेढ़ साल पहले तीन दुकानों को शासन के आदेश पर निलंबित कर दिया गया था और उनके राशन कार्ड शेष बची दो दुकानों पर लगा दिए गए। वर्तमान में कोरोना वायरस के कारण कारण कस्बे में करीब पांच सौ लोगों को अतिरिक्त राशन भी दिया जा रहा है। इसके चलते कस्बे में करीब 3500 कार्ड पर केवल दो दुकानें राशन वितरण में लगी हुई है, जिससें दोनों दुकानों पर करीब आठ सौ यूनिट के 1700 कार्ड पर राशन वितरण किया जा रहा है। कस्बे में ई-पोश मशीनें लगने के कारण एक कार्ड धारक को राशन लेने में खासा टाइम लग जाता है, जिसके कारण मात्र 100 से करीब 150 लोगों को ही राशन वितरण हो पाता है जबकि लाइन बहुत लंबी लगी रहती है। इसके कारण शारीरिक दूरी का भी पालन नहीं हो पाता है। कई बार ई-पोश मशीनों का सर्वर डाउन होने के कारण घंटों तक लोगों को लाइन में लगना पड़ता है। इतनी गर्मी में लोगों को कई कई घंटों तक धूप में खड़ा रहना पड़ता है। कड़ी धूप के कारण कई बार लोगों की तबीयत खराब हो जा रही है। चेयरमैन प्रवेंद्र भड़ाना ने डीएम को पत्र लिखकर कस्बे में राशन की पांच दुकानों पर वितरण की मांग की है। आपूर्ति इंस्पेक्टर अनुज कुमार ने बताया कि नियमानुसार शहरी क्षेत्र एक दुकान पर चार हजार यूनिट से अधिक नहीं होनी चाहिए, लेकिन कस्बे की तीन दुकान फिलहाल निलंबित चल रही है। इसके कारण दो दुकानों पर ही राशन वितरण कराया जा रहा है। तीन दुकानों का चयन होना है, लेकिन लॉकडाउन के कारण फिलहाल यह प्रक्रिया लंबित पड़ी हुई है।