तूफान से भारी तबाही, एक की मौत, एक घायल
गुरुवार की रात आए तूफान, बारिश व ओलावृष्टि ने जनपद में कई स्थानों पर तबाही मचाई।
मुजफ्फरनगर : गुरुवार की रात आए तूफान, बारिश व ओलावृष्टि ने जनपद में कई स्थानों पर तबाही मचा दी। सैकडों पेड़ धराशायी हो गए। होर्डग्स उखड़ गए। विद्युत पोल और लाइन टूटकर गिर गए। दर्जनों मकानों की दीवारें गिर गई। फुलत गांव में मंदिर का गुंबद, ईदगाह, मदरसे व स्कूल की बाउंड्रीवाल गिर गईं। कई गांवों में विद्युत व्यवस्था शुक्रवार शाम तक भी सुचारु नहीं हो सकी। खतौली गंगनहर पटरी मार्ग पर दूधली गांव के पास निर्माणाधीन गुरुकुल में पेड़ के टूटने से दीवार गिर गई और उसके मलबे में दबकर चौकीदार की मौत हो गई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया व गुरुकुल के संस्थापक को हिरासत में ले लिया। कार पर पेड़ गिरने से युवक घायल हो गया।
खतौली : खतौली तहसील क्षेत्र के फुलत गांव में तेज आवाज के साथ आए तूफान में संत रविदास मंदिर का गुंबद का एक बड़ा भाग क्षतिगस्त हो गया। ईदगाह, मदरसा दारुल उलूम रहीमिया की बाउंड्री व दो कमरों की दीवारें, प्राथमिक विद्यालय की दीवार व गेट धरशायी हो गया। हाफिज सरवर के बाग में करीब सौ पेड़, मौलाना रजी के बाग में 20 पेड़, दरगाह शाह एहउल्लाह में छह पेड़, जईम हसन कादरी के आठ पेड़, शमशुल हसन के तीन पेड़, बाबू शमीम के 15 पेड़, नई के 15 पेड़ गिर गए। विक्रम, प्रवीण कुमार, शिव कुमार, राजकुमार के मकानों की छत व दीवारें गिर गई। गांव में कई ट्रांसफार्मर व करीब 30 खंभे टूट गए।
मथेड़ी में तूफान से बड़ी संख्या में पेड़ गिर गए। कई मकानों की दीवारों गिर गई। गन्ने व सरसों की फसल गिर गई। मंडावली बांगर में लालू पुत्र लक्खी के मकान की दीवार गिर गई। बड़सू, सठेड़ी, मोहम्मदपुर में बड़ी संख्या में पेड़ गिरे। दूधली गांव में गंगनहर पटरी मार्ग के पास निर्माणाधीन गुरुकुल के कमरे पर पेड़ गिरा। मलबे में दबकर सरधना क्षेत्र के कपसाढ़ गांव निवासी 50 वर्षीय चौकीदार सतवीर पुत्र महावीर मौत हो गई। सुबह लोगों को दुर्घटना का पता चला। लोगों ने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने शव मलबे से निकालकर उसके परिजनों को जानकारी दी और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने गुरुकुल के संस्थापक को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। इसके अलावा बड़सू में एक कार पर पेड़ गिरने से उसका चालक दौराला निवासी बंटी पुत्र सुमेर घायल हो गया। उसका प्राइवेट चिकित्सक से उपचार कराकर मेरठ भेज दिया गया। शुक्रवार को कुछ देर बादलों की आवाजाही के बाद मौसम साफ हो गया। दोपहर बाद धूप खिलीं। मौसम विभाग के अनुसार 39.4 मिमी बारिश रिकार्ड की गई। इन्होंने कहा..
तूफान, बारिश व ओलावृष्टि से सरसों, दाल एवं सब्जियों वाली फसलों को भारी नुकसान हुआ है। आलू के खेतों में पानी भरने से सड़न पैदा होने की आशंका बढ़ गयी है। गन्ना फसल जमीन पर लेटने से भारी नुकसान हुआ है। गेहूं के लिए बारिश फायदेमंद है।
- डॉ. पीके ¨सह, प्रभारी केवीके बघरा।