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सासद के विरोध में हुए आदोलन में ओमप्रकाश शर्मा ने फूंक दी थी जान

माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा जिले में हुए शिक्षक आदोलनों में समय-समय पर हिस्सेदारी करते रहे। लेकिन 2005 में तत्कालीन सासद मुनव्वर हसन के विरुद्ध बजे आदोलन के बिगुल को उन्होंने अपना सुर देकर जान फूंक दी थी। आर्य समाज रोड स्थित डीएवी इंटर कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी पद पर कुछ नियुक्तिया निकली हुई थीं। सत्ताधारी दल से जुड़े होने व सासद होने के कारण चौधरी मुनव्वर हसन ने सात अभ्यíथयों को नियुक्त करने के लिए एक के बाद एक पत्र लिखा था। आरोप था कि उन्होंने नियुक्ति अधिकारी एवं डीएवी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य शिवकुमार यादव पर टेलीफोन कर नियुक्ति में उनके लोगों को प्राथमिकता देने का दबाव भी बनाया था जिसको लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्कालीन जिला अध्यक्ष शिवकुमार यादव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए हड़ताल की घोषणा कर दी थी।

By JagranEdited By: Published: Sat, 16 Jan 2021 11:25 PM (IST)Updated: Sat, 16 Jan 2021 11:25 PM (IST)
सासद के विरोध में हुए आदोलन में ओमप्रकाश शर्मा ने फूंक दी थी जान
सासद के विरोध में हुए आदोलन में ओमप्रकाश शर्मा ने फूंक दी थी जान

जेएनएन, मुजफ्फरनगर। माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा जिले में हुए शिक्षक आदोलनों में समय-समय पर हिस्सेदारी करते रहे। लेकिन, 2005 में तत्कालीन सासद मुनव्वर हसन के विरुद्ध बजे आदोलन के बिगुल को उन्होंने अपना सुर देकर जान फूंक दी थी। आर्य समाज रोड स्थित डीएवी इंटर कॉलेज में चतुर्थ श्रेणी पद पर कुछ नियुक्तिया निकली हुई थीं। सत्ताधारी दल से जुड़े होने व सासद होने के कारण चौधरी मुनव्वर हसन ने सात अभ्यíथयों को नियुक्त करने के लिए एक के बाद एक पत्र लिखा था। आरोप था कि उन्होंने नियुक्ति अधिकारी एवं डीएवी इंटर कालेज के प्रधानाचार्य शिवकुमार यादव पर टेलीफोन कर नियुक्ति में उनके लोगों को प्राथमिकता देने का दबाव भी बनाया था, जिसको लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ के तत्कालीन जिला अध्यक्ष शिवकुमार यादव ने नाराजगी व्यक्त करते हुए हड़ताल की घोषणा कर दी थी। माध्यमिक शिक्षक संघ के बैनर तले शिक्षक एकजुट हो गए थे। जिले के सभी माध्यमिक कालेज बंद कर दिए गए थे, लेकिन सत्ता के दबाव के कारण आदोलन के किसी भी समय टूटने का खतरा था। उसी क्षण माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष एवं तत्कालीन एमएलसी ओमप्रकाश शर्मा ने मुजफ्फरनगर पहुंचकर आदोलन की बागडोर संभाली थी। आदोलन के दौरान महामना इंटर कालेज-मुजफ्फरनगर में माध्यमिक शिक्षकों की एक बड़ी सभा हुई थी, जिसमें ओमप्रकाश शर्मा ने ओजस्वी भाषण दिया था। साथ ही किसी भी सूरत में सत्ताधारी दल व सरकार के दबाव में आने से इनकार करते हुए संघर्ष का बिगुल फूंक दिया था। महामना मालवीय इंटर कालेज में हुई सभा व संघ के प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा का दृढ़ रुख देखकर ही तत्कालीन सपा सरकार ने कदम पीछे खींच लिए थे और चौधरी मुनव्वर हसन को समझौते के लिए तैयार होना पड़ा था। मौजूदा सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी ने दोनों पक्ष के बीच समझौता कराया था। सात दिन तक चले आदोलन का पटाक्षेप तो हो गया था, लेकिन सत्ताधारी दल को ओमप्रकाश शर्मा ने अपनी ताकत का एहसास करा दिया था।

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