नाला प्रकरण में नहीं चलेगी मनमानी : भाकियू
मदरसा प्रबधन की पहल पर भाकियू ने नाला प्रकरण हल करने का प्रयास शुरू किया है। मदरसा प्रबधन से वार्ता करने के बाद यूनियन के जिलाध्यक्ष ने दोनों पक्षों से आपस में मिलकर मामला हल करने की
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। मदरसा प्रबंधन की पहल पर भाकियू ने नाला प्रकरण हल करने का प्रयास शुरू किया है। मदरसा प्रबंधन से वार्ता करने के बाद भाकियू के जिलाध्यक्ष ने दोनों पक्षों से आपस में मिल-जुलकर मामला हल करने की अपील करने के साथ ही मामले में प्रशासन की मनमानी नहीं चलने देने की चेतावनी दी है।
कस्बे में नाला प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। नाले की जमीन पर मदरसे का अवैध कब्जा बताते हुए जहां नगर पंचायत कब्जा हटवाने को कमर कसे है, वहीं मदरसा प्रबंधन नाले की भूमि को अपनी निजी भूमि बताते हुए नगर पंचायत के दावे को गलत ठहरा रहा है। कुछ दिन पूर्व मदरसा प्रबंधन और नगर पंचायत अध्यक्ष के बीच हुई वार्ता में कोई हल न निकलने और उसके बाद खतौली विधायक द्वारा नाले से हर हाल में अवैध कब्जा हटवाने का बयान देने के बाद धीरे-धीरे यह मामला गर्माता जा रहा है। मदरसा प्रबंधन के बुलावे पर मंगलवार को भाकियू जिलाध्यक्ष धीरज लाटियान मदरसा आए और प्रबंधक मौलाना नजीर से मामले की जानकारी ली। मौलाना नजीर ने बताया कि खसरा नंबर 555/1 में स्थित नाले की जिस भूमि को नगर पंचायत द्वारा सरकारी भूमि बताया जा रहा है, उसका मदरसे ने सन 1975 में बैनामा कराया था। करीब एक दशक पूर्व इस मामले के तूल पकड़ने पर तत्कालीन प्रशासन ने मदरसे के अंदर पानी की निकासी के लिए पाइप डलवा कर मामला निपटा दिया था, लेकिन आपसी सौहार्द बिगाड़ने के लिए कुछ लोग इस मामले को पुन: तूल देने में लगे हैं।
इस पर भाकियू जिलाध्यक्ष ने कहा कि अभी तक इस मामले को राजनीतिक रूप देकर वोट बैंक साधने का प्रयास किया गया है। इस मामले में प्रशासन की मनमानी नहीं चलने दी जाएगी। मामले का सर्वमान्य हल निकालने के लिए मदरसा प्रबंधन की तरफ से भाकियू दूसरे पक्ष से वार्ता करने को तैयार है। कानूनी रूप से जो भी सही होगा, उसे माना जाएगा। डंडे के जोर पर कोई भी कार्रवाई सहन नहीं की जाएगी। इस अवसर पर यूनियन के मंडल सचिव राजेंद्र चौधरी, तहसील अध्यक्ष अशोक घटायन, महकार सिंह, कृष्णपाल, सुदेश चौधरी, आशू, मौलाना लुकमान, मौलाना यामीन, मौलाना आस मोहम्मद, पूर्व प्रधान पिमौड़ा सत्तार आदि मौजूद रहे।