दिव्या काकरान को नहीं दी नौकरी, रेलमंत्री को किया ट्वीट
ल मंत्रालय की संवेदनहीनता पर दंगल गर्ल दिव्या काकरान का दर्द छलक गया। दिव्या काकरान को रेलवे में सीनियर टिकट एग्जामनर (टीटीई) की नौकरी ऑफर की गई लेकिन अभी तक उसे ज्वाइनिग नहीं दी गई है। दिव्या ने रेलमंत्री को ट्वीट कर अपनी पीड़ा जाहिर की है। उसके ट्वीट पर रेलमंत्री मंत्रालय की ओर से कोई री-अप्लाई नहीं दिया गया है।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। रेल मंत्रालय की संवेदनहीनता पर कुश्ती खिलाड़ी दिव्या काकरान का दर्द छलक गया। दिव्या काकरान को रेलवे में यात्रा टिकट परीक्षक (टीटीई) की नौकरी ऑफर की गई, लेकिन अभी तक उन्हें नियुक्ति नहीं दी गई है। दिव्या ने रेलमंत्री को ट्वीट कर अपनी पीड़ा जाहिर की है। उनके ट्वीट पर रेलमंत्री और मंत्रालय की ओर से कोई री-अप्लाई नहीं दिया गया है।
मंसूरपुर क्षेत्र के गांव पुरबालियान निवासी महिला पहलवान दिव्या काकरान ने देश-विदेश में प्रतिभा का डंका बजाया है। इंडोनेशिया के जकार्ता में हुए एशियन गेम्स में दिव्या ने भारत को कांस्य पदक दिलाया था। इसके बाद उन्हें रेलवे में नौकरी का ऑफर दिया गया। दिल्ली डिवीजन के डीआरएम की ओर से उन्हें 15 मार्च 2019 को टीटीई के पद के लिए नियुक्ति पत्र दिया गया। 30 जून तक भी दिव्या को विभाग में नियुक्त नहीं किया गया। इससे आजिज दिव्या ने रविवार को रेलमंत्री पीयूष गोयल को मामले पर ट्वीट कर पीड़ा जाहिर की है। हालांकि दिव्या ने रेलमंत्री को ट्वीट करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत नौ लोगों को टैग किया है। पिता सूरजवीर ने बताया कि कई बार दिव्या के कागजों को लेकर रेलवे के चक्कर लगा चुके हैं, मगर कोई हल नहीं मिला है।
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यह कहा ट्वीट में
रेलमंत्री जी मैं दिव्या काकरान आपके समक्ष एक प्रस्ताव रखना चाहती हूं। मैं वर्ष 2016 से रेलवे में नौकरी के लिए निरंतर प्रयास कर रही हूं, परन्तु आज जून 2019 हो चुका है। मुझे बड़ौदा हाउस रेलवे द्वारा 15 मार्च 2019 को ज्वाइनिग लेटर दिया गया, परन्तु नौकरी नहीं दी गई।
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वर्ष 2012 के बाद सुर्खियों
में आई दिव्या
वर्ष 2012 में राजस्थान केसरी जीतने के बाद दिव्या ने कभी मुड़कर नहीं देखा । अभी तक वह 69 पदक जीत चुकी हैं। दिल्ली स्टेट में 17, उप्र स्तर में 2, नेशनल स्तर की अनेक प्रतियोगिता में 11 गोल्ड मेडल जीत चुकी है। दिल्ली ओलंपिक में 1, कॉमन वेल्थ चैम्पियनशिप में एक स्वर्ण पदक, एशिया चैम्पियनशिप में आठ बार खेलकर 3 कांस्य, 3 सिल्वर, 2 गोल्ड, कॉमनवेल्थ गेम गोल्ड कोस्ट में प्रथम स्थान हासिल किया है। इटली में हुई वर्ल्ड रैकिग में वह तीसरे पायदान पर रही।