नेहा बीईओ व प्रधानाध्यापिका बनी मुस्कान
बुढ़ाना क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर राष्ट्रीय बालिका दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। कन्या जूनियर हाईस्कूल में छात्रा को एक दिन के लिए प्रधानाध्यापिका नियुक्त किया गया।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। बुढ़ाना क्षेत्र में विभिन्न जगहों पर राष्ट्रीय बालिका दिवस धूमधाम के साथ मनाया गया। कन्या जूनियर हाईस्कूल में छात्रा को एक दिन के लिए प्रधानाध्यापिका नियुक्त किया गया।
कस्बे के कन्या जूनियर हाईस्कूल में राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन कर छात्राओं को सम्मानित किया गया। छात्रा मुस्कान ने एक दिन के लिए प्रधानाध्यापिका की कुर्सी संभाली, जबकि नेहा शर्मा को एक दिन के लिए बीईओ के पद पर नियुक्त किया गया। पूर्व प्रधानाचार्या संतोष देवी ने कहा कि एक दिन की जिम्मेदारी मिलने से छात्राओं को शिक्षकों के कर्तव्यों का पता चला। कार्यक्रम में मौजूद सभी लोगों से अपील करते हुए कहा कि अपनी बेटियों को खूब पढ़ाएं। जिससे उनका उज्ज्वल भविष्य बन सके। इस मौके पर सोमदत्त शर्मा, सुशील सैनी, आनंद मलिक, अरुण कुमार, सोनम, तनु व कशिश आदि मौजूद रहे।
अनामिका बनी सीडीपीओ
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। भोपा में बालिका दिवस पर बाल विकास परियोजना कार्यालय पर भोपा निवासी कक्षा 10 वीं छात्रा अनामिका शर्मा को एक दिन के लिए सीडीपीओ ( बाल विकास परियोजना अधिकारी) की कुर्सी पर बैठाया गया। छात्रा अनामिका शर्मा ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से खुलकर सवाल-जवाब किए। छात्रा ने कहा कि वह सीडीपीओ की कुर्सी पर बैठकर अपने आप को भाग्यशाली समझ रही हूं। छात्राओं ने नागरिकों को किया जागरूक
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। चरथावल में महाराजा अग्रसेन कन्या महाविद्यालय का राष्ट्रीय सेवा योजना शिविर महादेव मंदिर में लगाया गया। शिविर का शुभारंभ प्राचार्या डा. अनीता रानी ने मां सरस्वती के चित्र के सम्मुख दीप प्रज्वलित करके किया। शिविर में 100 स्वयंसेविकाओ ने भाग लिया और अभियान चलाकर नागरिकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया। कहा कि स्वच्छता के बिना मनुष्य का स्वस्थ रहना मुश्किल है। स्वयंसेविकाओं ने सड़क व नालियों की सफाई करते हुए,नागरिकों को गंदगी से होने वाली बीमारियों, बचाव, प्लास्टिक व पालीथिन का समाज पर दुष्प्रभाव, पर्यावरण, कोरोना वायरस से बचाव, जल सरंक्षण व कूड़ेदान के उपयोग के बारे में जागरूक किया। डा. अनीता रानी ने जल के महत्व को समझाते हुए कहा कि जल ही जीवन है। जल के बिना सृष्टि की कल्पना करना भी बेकार है। स्वयंसेविकाओं ने गीतों, कविता व विचारों के माध्यम से अपनी रचनात्मक शक्ति का परिचय दिया। शिविर में ब्रह्मप्रकाश गर्ग, विनोद कुमार सिंहल, कार्यक्रम अधिकारी सरिता रानी, ऋचा शर्मा, नेहा वर्मा, रीना शर्मा, प्रियंका भारद्वाज व अमित सिंहल आदि का सहयोग रहा।