मामूली टोल टैक्स बचाने को जिदगी से खिलवाड़
जीवन अनमोल है लेकिन मामूली टोल टैक्स बचाने के लिए जिदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। दिल्ली मेरठ गाजियाबाद व नोएडा आदि महानगरों के सैलानी कांवड़ गंग नहर पटरी मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं। अधिकतर वाहन सवार सिवाया और रोहाना में टोल टैक्स चुकाने से बच रहे हैं। गंग नहर पटरी मार्ग पर मामूली रफ्तार भी जिदगी पर भारी पड़ रही है। व्यवस्था अधूरी होने के कारण रात में सफर ज्यादा जोखिम भरा है। वहीं सर्दी में कोहरा और धुंध अधिक घातक होगा। सोमवार को भी बेकाबू कार गंग नहर में गिर गई लेकिन नहर सूखी होने के कारण सवारों की जान बच गई।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जीवन अनमोल है, लेकिन मामूली टोल टैक्स बचाने के लिए जिदगी से खिलवाड़ किया जा रहा है। दिल्ली, मेरठ, गाजियाबाद व नोएडा आदि महानगरों के सैलानी कांवड़ गंग नहर पटरी मार्ग का इस्तेमाल कर रहे हैं। अधिकतर वाहन सवार सिवाया और रोहाना में टोल टैक्स चुकाने से बच रहे हैं। गंग नहर पटरी मार्ग पर मामूली रफ्तार भी जिदगी पर भारी पड़ रही है। व्यवस्था अधूरी होने के कारण रात में सफर ज्यादा जोखिम भरा है। वहीं, सर्दी में कोहरा और धुंध अधिक घातक होगा। सोमवार को भी बेकाबू कार गंग नहर में गिर गई, लेकिन नहर सूखी होने के कारण सवारों की जान बच गई। तोड़ दिए हाइट गेज, फर्राटा भर रहे वाहन
मोदीनगर से लेकर हरिद्वार तक गंग नहर पटरी मार्ग को शिवभक्त कांवड़ियों के लिए तैयार किया गया था। कांवड़ यात्रा के वक्त अधिकारी व्यवस्था दुरुस्त करते हैं, मगर उसके बाद हालात किसी से छिपे नहीं हैं। प्रशासन, लोक निर्माण विभाग और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर कर्तव्य से पल्ला झाड़ रहे हैं। गंगनहर पटरी मार्ग पर बने हाइट गेज टूटे पड़े हैं। अनेक स्थानों पर डिवाइडर भी क्षतिग्रस्त हैं। इस मार्ग पर दिल्ली से हरिद्वार तक यातयात खूब फर्राटा भर रहा है। रात में सफर करना अधिक घातक है। पटरी मार्ग पर पथ प्रकाश व्यवस्था से लेकर कोहरे, धुंध से बचाव के लिए रिफ्लेक्टर भी नहीं लगे हैं। शासन में अटका डबल लेन का प्रस्ताव
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी अजय भास्कर ने बताया कि गंग नहर पर अभी एक तरफ पक्की सड़क बनी है, जबकि दूसरी ओर सड़क निर्माण के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। यह अभी शासन स्तर पर अटका हुआ है। डबल लेन बनने के बाद दुर्घटना के साथ यातयात का दबाव भी कम हो सकेगा। इन्होंने कहा..
सड़क बनी है तो यातायात दौड़ेगा। अभी कांवड़ पटरी मार्ग पर डबल होगा। नेशनल हाईवे से यातयात का दबाव कम करने के लिए ही गंग नहर पटरी का निर्माण किया जा रहा है।
-इंद्राकांत द्विवेदी, एसडीएम खतौली।