बाजारों की भीड़ बढ़ा रही चिता
जिले में लाकडाउन के बाद भी लोग लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं। बाजारों में उमड़ने वाली भीड़ चिता का सबब बनी हुई है और सड़कों पर भी वाहनों की आवाजाही बदस्तूर जारी है। गुरुवार को जैसे ही बाजार खुले तो लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों में सामान खरीदने की आपाधापी दिखाई दी। भीड़ ने शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं किया। भीड़ चिता का सबब बनी हुई है।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। जिले में लाकडाउन के बाद भी लोग लापरवाही करने से बाज नहीं आ रहे हैं। बाजारों में उमड़ने वाली भीड़ चिता का सबब बनी हुई है और सड़कों पर भी वाहनों की आवाजाही बदस्तूर जारी है।
गुरुवार को जैसे ही बाजार खुले तो लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों में सामान खरीदने की आपाधापी दिखाई दी। भीड़ ने शारीरिक दूरी का पालन भी नहीं किया। भीड़ चिता का सबब बनी हुई है। पुलिस ने किए वाहनों के चालान
शहर के मुख्य चौराहों पर तैनात रही पुलिस ने सड़क पर वाहन लेकर निकलने वाले लोगों से पूछताछ की। बिना कारण घर से निकलने वालों का चालान किया गया। इसके अलावा देहात में भी पुलिस ने वाहनों की चैकिग की।
टूट रहा शारीरिक दूरी का नियम
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। देशभर में कोरोना के मरीज घटने से लग रहा है कि महामारी से जल्द ही छुटकारा मिल जाएगा, लेकिन पुरकाजी में सार्वजनिक जगहों पर शारीरिक दूरी के नियम की अनदेखी संक्रमण को दोबारा आमंत्रण दे रही है। लोग भीड़ का हिस्सा बनने से बाज नहीं आ रहे हैं।
मार्च के अंत से कोरोना ने भारत में कहर ढाना शुरू किया था। आक्सीजन और बेड न मिलने से कई हजार लोगों की मौत रोजाना सामने आ रही थी। हर दिन नए मरीजों का आंकड़ा चार लाख से ऊपर तक पहुंचने लगा था। मई के पहले सप्ताह के बाद हलकी सी राहत तब महसूस हुई जब प्रदेश व देश में संक्रमितों का ग्राफ गिरने लगा। लोगों को लगा कि अब इस महामारी से राहत मिल जाएगी। दुनिया में लाखों मौतों के बाद भी अभी तक लोग सुधरने को तैयार नहीं हैं। सुबह खुलने वाला बाजार, सब्जी मंडी व बैंक आदि सार्वजनिक जगहों पर भीड़ शारीरिक दूरी का नियम तोड़ती दिख रही हैं। बैंकों में काम जल्दी कराने को लेकर लोग एक-दूसरे से सटकर खड़े रहते हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि यही हालात रहे तो कोविड-19 से कैसे पीछा छूटेगा।