टिकैत घाट से आज कूच करेगी किसान क्रांति यात्रा
हरिद्वार से शुरू होकर दो अक्टूबर को पहुंचेगी नई दिल्ली के किसान घाट। किसानों के हक के लिए भाकियू ने फूंका आंदोलन का बिगुल।
मुजफ्फरनगर : भारतीय किसान यूनियन ने एक बार फिर खेती-किसानी के मुद्दों को लेकर संघर्ष का बिगुल फूंका है। फसलों का वाजिब मूल्य और कर्ज के बोझ तले दबे किसानों को विषम हालात से उबारने के लिए नई दिल्ली के किसान घाट पर दो अक्टूबर को पहुंचने वाली भाकियू की किसान क्रांति यात्रा का आगाज रविवार को (आज) हरिद्वार के टिकैत घाट से होगा।
किसानों से जुड़े प्रमुख मुद्दों को लेकर दो माह पूर्व भाकियू ने किसान क्रांति यात्रा की घोषणा की थी। इसके जरिए केंद्र सरकार की घेराबंदी भी की जाएगी। इंडियन कोऑर्डिनेशन कमेटी ऑफ फार्मर मूवमेंट और इंटरनेशनल संगठन एलवीसी के साथ हरिद्वार के चौधरी महेंद्र ¨सह टिकैत घाट से रविवार प्रात: 11 बजे पैदल यात्रा का आगाज होगा। इसमें मुजफ्फरनगर, आसपास के जनपद सहित कई राज्यों के किसान भाग लेंगे।
यात्रा 25 सितंबर को पुरकाजी के बरला इंटर कालेज में पहुंचेगी। 26 सितंबर को कूकड़ा मंडी व 27 सितंबर को भैंसी गांव होते हुए 28 को मेरठ के दौराला पहुंचेगी। 29 सितंबर को यात्रा का पड़ाव मेरठ के परतापुर व 30 सितंबर को गाजियाबाद के मुरादनगर में होगा। एक अक्टूबर को ¨हडन घाट होते हुए यात्रा दो अक्टूबर को किसान घाट नई दिल्ली पहुंचेगी। शनिवार को भाकियू जिलाध्यक्ष राजू अहलावत ने रामपुर तिराहे से भाकियू के जत्थे को हरिद्वार रवाना किया। नरेश टिकैत ने दिखाई हरी झंडी
भाकियू अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने किसान क्रांति यात्रा में जाने वाले किसानों के जत्थे को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस मौके पर सैकड़ों किसान एक दर्जन से भी अधिक वाहनों से हरिद्वार रवाना हुए। नरेश टिकैत ने कहा कि काफी समय से सोया किसान अब जाग गया है। सरकारों के लिए अब किसानों की अनदेखी अब ठीक नहीं। किसानों की उपज का उचित मूल्य व समय पर भुगतान पहली प्राथमिकता हैं, लेकिन सरकार यह काम भी नहीं कर पा रही हैं। इन मुद्दों पर सरकार के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा। किसान क्रांति यात्रा में जाने वाले किसानों में जिला सचिव फूल ¨सह बालियान, हरेंद्र ¨सह व प्रेम ¨सह प्रमुख रूप से शामिल थे।