खाप चौधरियों ने भरी हुंकार, 17 को दिल्ली कूच का एलान
शाहपुर क्षेत्र के सोरम गांव में खाप चौधरियों की पंचायत में केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में खाप चौधरियों ने किसान आंदोलन को सही बताते हुए समर्थन दिया। खाप चौधरियों की पंचायत में 17 दिसंबर को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया।
जेएनएन, मुजफ्फरनगर। शाहपुर क्षेत्र के सोरम गांव में खाप चौधरियों की पंचायत में केंद्र सरकार के कृषि कानून के विरोध में खाप चौधरियों ने किसान आंदोलन को सही बताते हुए समर्थन दिया। खाप चौधरियों की पंचायत में 17 दिसंबर को दिल्ली कूच करने का ऐलान किया।
शाहपुर के सोरम गांव की ऐतिहासिक चौपाल पर आयोजित खाप चौधरियों की पंचायत में सभी खापों के चौधरियों ने कृषि कानून का जमकर विरोध किया। पंचायत को संबोधित करते हुए बालियान खाप के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि सरकार की गलत नीतियों के कारण खाप चौधरियो की आपातकालीन पंचायत बुलानी पड़ी है। सभी खाप किसान से जुड़ी हुई हैं। यू किसानों के गले मे फंदा फंस गया है, एकजुट होकर इससे निपटने का समय है। नया कृषि कानून बनाकर सरकार किसानों को बर्बाद करना चाहती है। सरकार आंदोलन कर रहे किसानों पर ज्यादती कर रही है। सभी को मिलकर सरकार के विरुद्ध लड़ाई लड़नी होगी। सभी एकमत होकर 17 दिसंबर को आरपार की लड़ाई लड़ने के लिए अधिक से अधिक संख्या में दिल्ली पहुंचे। सर्वखाप मंत्री सुभाष बालियान के कहा कि किसानों की लड़ाई लड़ने वाले चौधरी छोटूराम, चौधरी चरणसिंह व चौधरी महेंद्र सिंह टिकैत ने अपना जीवन समर्पण किया। अब किसानों को उनकी आवाज देने के लिए सर्वखाप पंचायत के खाप चौधरियो को आगे आना होगा। अहलावत खाप के गजेंद्र सिंह ने कहा कि अहलावत खाप किसानों के साथ ही कृषि कानून वापस लेने तक पीछे नही हटेगी। देशवाल खाप के चौधरी शरणवीर सिंह ने कहा कि वह इस लड़ाई में तन-मन-धन से किसानों के साथ हैं। दिल्ली पहुंचकर आरपार की लड़ाई लड़ेंगे, चाहे कितने भी दिन लग जाये। निर्वाल खाप के राजबीर सिंह मुंडेट ने कहा कि कृषि कानून के किसान के नुकसान वाले बिदु हटाने पड़ेंगे, किसानों को अपना वजूद दिखाने का समय आ गया है। लाटियान खाप के चौधरी बिजेंद्र सिंह ने कहा कि सरकार किसान हित की बात करे नहीं तो खाप किसी भी अंजाम तक संघर्ष करने से पीछे नहीं हटेगी। बेनीवाल खाप के अमित बेनीवाल ने कहा कि किसान विरोधी बिल सरकार को वापस लेना पड़ेगा। सोरम की चौपाल से लिया गया निर्णय आरपार का होता है। सरकार को किसानों की बात माननी पड़ेगी। सर्वखाप मंत्री के आह्वान पर सोरम चौपाल पर पंचायत में खापों के चौधरी नरेश टिकैत, शरणवीर सिंह, गजेंद्र सिंह, राजबीर मुंडेट, उपेंद्र कुंडू, जगवीर सिंह, बिजेंद्र सिंह, अजय सिंह, अमित बेनीवाल, राजबीर सिंह के अलावा बबलू चौधरी, भूपेंद्र बालियान, नैनसिंह, सहेंद्र सेक्रेटरी, जीतेंद्र सिंह, राजपाल सिंह, बिजेंद्र सिंह रसूलपुर, सतपाल पंवार, टीटू, कंवरपाल, अजेंद्र, उपेंद्र, रामभजन व सतेंद्र सिंह आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन मास्टर ओमपाल सिंह ने किया।
संगठन के बिखराव का छलका दर्द
पंचायत में संगठन की कमजोरियों व बिखराव पर खाप चौधरियो का दर्द सामने आया। चौधरी नरेश टिकैत व जगबीर सिंह ने आपसी भेदभाव खत्म करने, किसी भी तरह के आरोप-प्रत्यारोप को दरकिनार करते हुए कही-सुनी बातों पर विश्वास न करते हुए एक मंच पर आकर लड़ाई लड़ने का आह्वान किया।
बेल्ट की नौकरी करने वाले छुट्टी लेकर घर आ जाये
पंचायत में विचार व्यक्त करते हुए कुंडू खाप के चौधरी उपेंद्र सिंह ने कहा कि नया कृषि कानून किसान विरोधी है। इसके लिए खापों से जुड़े हर व्यक्ति को आगे आना होगा। सरकार को चारों ओर से घेरना है। खापों के जो युवा बेल्ट की नौकरी कर रहे हैं, वो लंबी छुट्टी लेकर घर आ जाएं।