सजा सुनते ही चेहरे फक, सिर पकड़कर बैठ गए गुनहगार
कवाल कांड में सजा सुनने के लिए अदालत के बाहर रहा जमघट। कड़ी सुरक्षा के बीच सभी अभियुक्तों जेल ले जाया गया।
मुजफ्फरनगर : कवाल कांड में आज सजा सुनाने का दिन था। दोपहर 12 बजते ही कोर्ट के बाद जमघट लगना शुरू हो गया। भीड़ में हत्यारों के परिजन और रिश्तेदार भी शामिल थे। वह सजा कम से कम मिलने की दुआ कर रहे थे। सभी सातों गुनहगारों को जेल से कोर्ट लाया था। इस दौरान कोर्ट की कार्रवाई चलती रही। साढ़े तीन घंटे कोर्ट रूम में इंतजार किया। 3.20 बजे सभी को उम्रकैद की सजा का जैसे ही ऐलान हुआ, अभियुक्तों के चेहरे फक पड़ गए। तीन सिर पकड़कर कटघरे में नीचे बैठ गए। कोर्ट की कार्रवाई पूरी होने के बाद अभियुक्तों को बाहर लाया गया।
11 बजते ही एडीजे 7 हिमांशु भटनागर की कोर्ट के बाहर एक-एक कर लोगों का पहुंचना शुरू हो गया। हाजी नसीम अपनी पत्नी फहमीदा के साथ कोर्ट पहुंचे थे। कवाल कांड में नसीम के दो बेटे मुजम्मिल और मुजस्सिम शामिल हैं। वह बाहर बैठकर ही कोर्ट के फैसले का इंतजार करते रहे। 11.45 पर सभी अभियुक्त मुजस्सिम, मुजम्मिल, फुरकान, नदीम, जहांगीर, अफजाल, इकबाल को कड़ी सुरक्षा के बीच जेल से कोर्ट लाया गया। शाम 3.20 सभी अभियुक्तों को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई। सजा सुनते ही तीन अभियुक्त सिर पकड़कर कटघरे में ही बैठ गए। उनके बाकी साथियों ने उन्हें ढांढस बंधाया। वकीलों ने बाहर आकर मीडिया को फैसले की जानकारी दी। सजा का पता चलते ही बाहर खड़े परिजनों ने विलाप शुरू कर दिया। मृतक शाहनवाज के पिता सलीम सुबह से ही कोर्ट के बाहर बैठे हुए थे। सजा की जानकारी मिलते ही वह जोर-जोर से चिल्लाने लगे। मुजम्मिल और मुजस्सिम की मां फहमिदा का भी रो-रोकर बुरा हाल था। सजा के ऐलान के करीब आधे घंटे बाद अभियुक्तों को कड़ी सुरक्षा के बीच बाहर लाया गया। इस दौरान अभियुक्तों ने मीडिया से बातचीत करने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें गाड़ी में धकेल दिया। एक अभियुक्त खिड़की से अपने बेगुनाह होने की बात जोर-जोर से चिल्लाकर बता रहा था। पुलिस बिना कोई देरी किए सभी अभियुक्तों को वैन में बैठाकर जेल के लिए रवाना हो गई।
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हमें भी इंसाफ मिले : नसीम
सजा सुनाए जाने के बाद अभियुक्त मुजस्सिम और मुजम्मिल के पिता नसीम ने कोर्ट के बाहर बताया कि उनके बच्चों को सजा मिल गई है, वह ठीक है, लेकिन दूसरे पक्ष के लोगों को भी सजा मिलनी चाहिए। कोर्ट से वारंट होने के बाद भी शाहनवाज के हत्यारोपितों को नहीं पकड़ा जा रहा है। नसीम ने कहा कि यह फैसला तो कोर्ट का है, अल्लाह भी अपना फैसला करेंगे। नसीम ने यह भी कहा कि वह ऊपरी अदालत का दरवाजा खटखटाएंगे, उन्हें जरूर न्याय मिलेगा।