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प्राचार्य व अध्यापक से बंद कमरे में पूछताछ

मीरापुर (मुजफ्फरनगर) : कठुआ कांड जम्मू क्राइम ब्रांच के गले की हड्डी बन गया है। गुरुवार

By JagranEdited By: Published: Thu, 26 Apr 2018 11:20 PM (IST)Updated: Thu, 26 Apr 2018 11:20 PM (IST)
प्राचार्य व अध्यापक से बंद कमरे में पूछताछ
प्राचार्य व अध्यापक से बंद कमरे में पूछताछ

मीरापुर (मुजफ्फरनगर) : कठुआ कांड जम्मू क्राइम ब्रांच के गले की हड्डी बन गया है। गुरुवार को दूसरी बार जम्मू क्राइम ब्रांच फिर पहुंची और कॉलेज में घंटों तक प्राचार्य व अध्यापक आशीष से लंबी पूछताछ की। आशीष ही विशाल जंगोत्रा को परीक्षा दिलाने के लिए खतौली के परीक्षा केंद्र पर साथ गए थे। अध्यापक से विशाल के बारे में गहनता से पूछताछ की गई। उनका स्टेटमेंट भी रिकार्ड किया गया है। क्राइम ब्रांच अब विशाल को सिम देने वाले दुकानदार की तलाश में जुटी है। जल्द ही दुकानदार से विशाल की आइडी भी हासिल की जाएगी।

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जम्मू क्राइम ब्रांच के एसआइ इरफान बानी कांस्टेबल गोपाल के साथ गुरुवार सुबह मीरापुर थाने पहुंचे। स्थानीय पुलिस को साथ लेकर वह कठुआ कांड के आरोपी विशाल जंगोत्रा के आकांक्षा कॉलेज पहुंचे और प्राचार्य मंजीत ¨सह और अध्यापकों से बंद कमरे में घंटों तक विशाल के बारे में पूछताछ की। मीरापुर के आकांक्षा कॉलेज में पढ़ने वाला जम्मू निवासी छात्र विशाल जंगोत्रा घटना के समय जम्मू में था, यह साबित करने के लिए क्राइम ब्रांच को पसीने छूट रहे हैं। चार्जशीट दाखिल करने के बाद भी दो बार पुलिस आकांक्षा कॉलेज को खंगाल चुकी है। हालांकि पुलिस उसकी गिरफ्तारी होने के बाद ही कॉलेज से उसके सभी कागजात अपने साथ ले जा चुकी है, लेकिन शायद यह दस्तावेज विशाल को दोषी साबित करने के लिए नाकाफी साबित हो रहे हैं। क्राइम ब्रांच ने पहले 21 अप्रैल और अब गुरुवार को पुलिस ने दोबारा से स्कूल को खंगाला। पुलिस ने बंद कमरे में प्राचार्य मंजीत ¨सह से पूछताछ की। उनका लिखित स्टेटमेंट भी अपने साथ लेकर गई है। मामले को लेकर क्राइम ब्रांच की टीम मीडिया के सवालों से बचती रही। इसके अलावा भी क्राइम ब्रांच विशाल को सिम देने वाले दुकानदार से भी पूछताछ करने की तैयारी में है। अध्यापक आशीष से भी हुई पूछताछ

क्राइम ब्रांच इस बात की सच्चाई जानने की कोशिश कर रही है कि विशाल जंगोत्रा के पेपर के दौरान वह जम्मू में था या फिर खतौली के परीक्षा केंद्र केके जैन कॉलेज में पेपर दे रहा था। आकांक्षा कॉलेज के प्राचार्य मंजीत ¨सह ने बताया कि जम्मू पुलिस ने उनसे पूछा है कि उनके कालेज के छात्रों के पेपर देने के दौरान उनके कॉलेज से कौन उनके साथ जाता था। प्रधानाचार्य ने बताया कि बीएससी (कृषि) प्रथम वर्ष का प्रथम पेपर दिलाने के लिए उनके कॉलेज से आशीष नाम के अध्यापक गए थे, वह भी इसलिए कि किसी बच्चे के प्रवेश पत्र आदि की कोई दिक्कत न हो, उसके बाद उनके कॉलेज से परीक्षा केंद्र पर कोई नहीं गया। जम्मू पुलिस ने आशीष से भी घंटों तक पूछताछ की है। कॉलेज प्रबंधन पुरानी बात पर अडिग

कॉलेज प्रबंधन यह मानने को कतई तैयार नहीं है कि विशाल की जगह किसी और ने उसके पेपर दिए हैं, क्योंकि यदि विशाल अचानक बुलावे पर 11 जनवरी को जम्मू गया था तो एकाएक किसी को भी पेपर देने के लिए तैयार कर पाना असंभव सी बात लगती है। प्राचार्य ने बताया कि ऐसा हो पाना नामुमकिन लगता है। शायद इसलिए ही जम्मू क्राइम ब्रांच अपनी फजीहत से बचने के लिए विशाल के खिलाफ पुख्ता सबूत ढूंढ रही है। सिम देने वाले से भी होगी पूछताछ

विशाल जंगोत्रा के पास से एक मीरापुर से खरीदा हुआ सिम भी पुलिस को बरामद हुआ था। उसके बारे में भी जम्मू क्राइम ब्रांच सिम बेचने वाले दुकानदार से पूछताछ कर उसकी आइडी की जांच करेगी। हालांकि अभी तक पुलिस सिम बेचने वाले दुकानदार के पास नहीं पहुंच पाई है, लेकिन मीरापुर थाने से पुलिस ने उसकी दुकान की लोकेशन की जानकारी जुटाई है। कॉलेज प्रबंधन ने साधी चुप्पी

कॉलेज के प्राचार्य छात्र विशाल जंगोत्रा के बारे में कुछ बताने को तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि विशाल के सभी कागजात पुलिस पहले ही ले जा चुकी है। अब क्राइम ब्रांच उनका लिखित स्टेटमेंट ले गई है। इस बारे में प्राचार्य ने बताया कि बयान उर्दू में लिखा हुआ था, उस पर ही उनके हस्ताक्षर लिए गए हैं। उसमें क्या लिखा था, यह नहीं पता चल सका है। विशाल ने फरवरी में प्रथम सत्र के प्रैक्टिकल कॉलेज से ही दिए थे। पुलिस उसकी हैंडराइ¨टग मिलाने को उसकी कॉपी भी साथ ले गई है, जिससे पेपर की उत्तर पुस्तिका से मिलान किया जा सके। कॉलेज प्रबंधन के पास अब उसके कोई कागजात उपलब्ध नहीं हैं। दूसरा सत्र शुरू, लेकिन छात्र अभी भी नदारद

बीएससी के प्रथम सत्र का रिजल्ट आने के बाद दूसरे सत्र की पढ़ाई शुरू हो चुकी है, लेकिन विशाल की कक्षा का कोई भी छात्र कॉलेज नहीं आ रहा है। यह कॉलेज का घालमेल है या फिर पुलिस का डर। प्रधानाचार्य ने बताया कि जम्मू पुलिस के बार-बार कॉलेज आने से कॉलेज के बच्चों खासतौर से बीएससी के छात्रों में डर पैदा हो रहा है। उनका कहना था कि बच्चों से कोई पूछताछ न हो, इसलिए वह कॉलेज नहीं आ रहे हैं। रूम पार्टनरों के फार्म भी जमा नहीं हुए

विशाल के रूम में रहने वाले जम्मू निवासी सचिन, साहिल और पंजाब निवासी नीरज का दूसरे सत्र का आवेदन पत्र जमा नहीं हुआ है। प्रधानाचार्य ने बताया कि शायद पुलिस की पूछताछ के डर से इन सभी ने अपनी पढ़ाई छोड़ दी है। दूसरे सत्र के लिए इनका ऑनलाइन आवेदन पत्र 17 अप्रैल तक जमा होना था और उसकी मूल प्रति कॉलेज में 19 अप्रैल तक जमा होनी थी, लेकिन ना तो उनका ऑनलाइन आवेदन हुआ है, ना ही कॉलेज में जमा कराया है। इन छात्रों के फोन भी नहीं मिल रहे हैं।


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