विशाल बेगुनाह या मुजरिम, तय करेंगे सबूत
दिलशाद सैफी, मुजफ्फरनगर : कठुआ दुष्कर्म कांड में आरोपित विशाल जंगोत्रा को सजा दिलाने या उ
दिलशाद सैफी, मुजफ्फरनगर : कठुआ दुष्कर्म कांड में आरोपित विशाल जंगोत्रा को सजा दिलाने या उसकी बेगुनाही साबित करने में जिले से मिलने वाले सबूत ही अहम रोल अदा करेंगे। अभी तक मामले में जम्मू क्राइम ब्रांच और बार एसोसिएशन के बीच इसी को लेकर संदेह बना है कि वह दुष्कर्म कांड के दौरान आखिर कहां था? यदि क्राइम ब्रांच की चार्जशीट सही है तो वह मुजरिम है। हालांकि बार एसोसिएशन के दावा को लेकर जम्मू क्राइम ब्रांच की चार्जशीट सवालों के घेरे में है।
विशाल जंगोत्रा को लेकर क्राइम ब्रांच ने जो चार्जशीट तैयार की है, उसके मुताबिक वह दुष्कर्म कांड के दौरान जम्मू में मौजूद था। जम्मू बार एसोसिएशन उसे वारदात के दौरान खतौली के केके जैन पीजी कॉलेज में परीक्षा देना बता रहा है। केस की गुत्थी इसी को लेकर उलझन पैदा कर रही है। तीन माह में भी क्राइम ब्रांच ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच पाई है। हालांकि परीक्षाएं कैमरों की निगरानी में हुई हैं, ऐसे में एक-एक पल की फुटेज कैद है। जम्मू के साथ स्थानीय पुलिस ने भी इसकी पड़ताल तेज कर दी है। मामले में कॉलेजों के साथ क्राइम ब्रांच ने उसकी यात्रा करने की डिटेल भी खंगाली है। विशाल ने मीरापुर की एक ट्रेवल एजेंसी से जम्मू का आरक्षण कराकर यात्रा की थी। खास बात यह है कि यह यात्रा जनवरी में की गई है। मीरापुर से वाया बिजनौर और शहर के रेलवे स्टेशन से जम्मू के लिए सवार होते समय की जानकारी भी जुटाई जा रही हैं। स्टेशन पर जीआरपी के कैमरे लगे हैं। इन कैमरों से भी विशाल की खोजबीन हो रही है। वहीं, केके जैन पीजी कॉलेज में परीक्षा के दौरान उपस्थिति पंजिका में विशाल जंगोत्रा के नाम से हस्ताक्षर हैं, जबकि प्रवेश पत्र पर केवल विशाल लिखा मिला है। दोनों ही कागजात में उसके हस्ताक्षर अलग-अलग होने के कारण मैच नहीं कर रहे हैं। यदि उसके स्थान पर किसी दूसरे ने परीक्षा दी है तो विशाल अपने बुने जाल में खुद फंसेगा। इससे साफ है कि जनपद से मिलने वाले तमाम सुबूत उसको सजा या बेगुनाही तय करने में अहम रोल निभाएंगे।
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48 घंटे तक क्राइम ब्रांच ने डाला डेरा
खतौली : जम्मू क्राइम ब्रांच ने मामले की तह तक जाने के लिए बीते 23 और 24 मार्च को इंस्पेक्टर उरफान बानी के साथ कई सदस्यों के दल ने खतौली में डेरा डाला था। यहां परीक्षा कक्ष से लेकर कैमरों की फुटेज को कब्जे में लिया था, क्योंकि जम्मू बार एसोसिएशन ने विशाल को बेगुनाह बताते हुए 9, 12, 15, 17, 22, 24 व 30 जनवरी को खतौली में परीक्षा देने का दावा किया था। इसी को लेकर क्राइम ब्रांच ने प्राचार्य अरविंद कुमार राणा से पूछताछ की थी।