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विदेशी खिलाड़ियों को भा रहा मुजफ्फरनगर का ग्रास कोर्ट

सर्विस क्लब में सातवीं बार शुरू हो रहा टेनिस कुंभ। लगातार चार सालों से विदेशी खिलाड़ी बने चैंपियन।

By JagranEdited By: Published: Fri, 09 Nov 2018 11:07 PM (IST)Updated: Fri, 09 Nov 2018 11:07 PM (IST)
विदेशी खिलाड़ियों को भा रहा मुजफ्फरनगर का ग्रास कोर्ट
विदेशी खिलाड़ियों को भा रहा मुजफ्फरनगर का ग्रास कोर्ट

मुजफ्फरनगर : आइटीएफ महिला टेनिस टूर्नामेंट का शहर के सर्विस क्लब में सातवीं बार आयोजन होने जा रहा है। छह बार के आयोजन में भारत दो बार भारत चैंपियन बना है। भारत की शीतल गौतम ने पहला खिताब जीता था। भारतीय खिलाड़ियों के लिए इस बार खिताब हासिल करना कड़ी चुनौती होगी। वहीं, विदेशी खिलाड़ियों की नजर पांचवीं बार चैंपियनशिप पर है।

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सर्विस क्लब में शनिवार से महिला टेनिस महाकुंभ शुरू होने जा रहा है। रैंकिंग और इनाम के लिहाज से विदेशी खिलाड़ियों के लिए यह प्रतियोगिता आकर्षण बनी हुई है। वर्ष 2002 में पहली बार आयोजित टूर्नामेंट में भारत की शीतल गौतम ने खिताब हासिल किया था। अब 25 हजार डालर इनामी राशि के टूर्नामेंट के पहले दो आयोजनों में 10 हजार डालर का पुरस्कार दिया गया था। दूसरे टूर्नामेंट में भारत की नामचीन खिलाड़ी रश्मि चक्रवर्ती चैंपियन रहीं। इनाम राशि बढ़ते ही विदेशी खिलाड़ियों ने मुजफ्फरनगर का रुख किया। वर्ष 2008 में नीदरलैंड की निकाले थायसीन ने सबको पछाड़ते हुए जीत हासिल की। वर्ष 2013 के टूर्नामेंट में आस्ट्रिया की मैलानी क्लाफ्नर ने परचम लहराया था। भारतीय खिलाड़ियों के लिए किसी चुनौती से कम नहीं होगा मुकाबला। शुरुआती दो बार के टूर्नामेंट में जीत हासिल करने के बाद अब तक किसी भी भारतीय ने इस प्रतियोगिता में परचम नहीं लहराया है।

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वर्ष चैंपियन देश

2002 शीतल गौतम भारत

2003 रश्मि चक्रवर्ती भारत

2006 के. पलिकना कजाकिस्तान

2008 निकोल थायसीन नीदरलैंड

2011 मैजरिक स्लोवेनिया

2013 मैलानी क्लाफ्नर आस्ट्रिया


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