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कोरोना के मामूली लक्षण दिखें तो भी हो जाएं आइसोलेट

वरिष्ठ फिजीशियन डा. सुनील सिघल ने कोरोना के मामूली लक्षण दिखाई देते ही आइसोलेट होने की सलाह दी। कहा कि कई मामलों में मरीज को मामूली खांसी और छींक ही आई लेकिन लापरवाही बरतने पर बीमारी गंभीर बन गई और जांच में कोरोना वायरस का संक्रमण सामने आया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 23 Oct 2020 05:36 AM (IST)Updated: Fri, 23 Oct 2020 05:36 AM (IST)
कोरोना के मामूली लक्षण दिखें तो भी हो जाएं आइसोलेट
कोरोना के मामूली लक्षण दिखें तो भी हो जाएं आइसोलेट

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। वरिष्ठ फिजीशियन डा. सुनील सिघल ने कोरोना के मामूली लक्षण दिखाई देते ही आइसोलेट होने की सलाह दी। कहा कि कई मामलों में मरीज को मामूली खांसी और छींक ही आई, लेकिन लापरवाही बरतने पर बीमारी गंभीर बन गई और जांच में कोरोना वायरस का संक्रमण सामने आया। इसलिए हर हाल में चिकित्सक की सलाह पर अमल किया जाए।

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आइएमए मुजफ्फरनगर के मीडिया प्रभारी तथा वरिष्ठ चिकित्सक डा. सुनील सिघल कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग व डब्लूएचओ की गाइडलाइन पर अमल करने की ताकीद करते हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना से घबराने की नहीं, लेकिन सावधान रहने की आवश्यकता है। शुरुआत में कोरोना के लक्षण मामूली ही दिखाई देते हैं। कहा कि घरों पर आमतौर से परिवार के लोग शारीरिक दूरी का पालन नहीं करते और न ही मास्क लगाते हैं। यदि घरों पर भी सावधानी को व्यवहार में लाया जाए तो काफी बचाव हो सकता है। बिना टेस्ट हम तय नहीं कर सकते कि कौन संक्रमित नहीं और कौन है। इसलिए अपने और परिवार के लोगों को कोरोना से बचाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को संक्रमित समझ अपने को बचाना होगा। इसके लिए शारीरिक दूरी का नियमित पालन करने के साथ मास्क लगाना तथा समय-समय पर हाथों को धोना या सैनिटाइज करना आवश्यक है। कहा कि मामूली छींक आने तथा खांसी पर भी सजग रहें।


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