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दो राज्यों को जोड़ेगा पानीपत-खटीमा राजमार्ग

21 फरवरी को 129 किमी लंबे राजमार्ग का होगा शिलान्यास। आयात-निर्यात बढ़ने से चार जिलों के किसानों को मिलेगा लाभ।

By JagranEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 12:01 AM (IST)Updated: Wed, 20 Feb 2019 12:01 AM (IST)
दो राज्यों को जोड़ेगा पानीपत-खटीमा राजमार्ग
दो राज्यों को जोड़ेगा पानीपत-खटीमा राजमार्ग

मुजफ्फरनगर : यूपी और उत्तराखंड को जोड़ने वाले पानीपत-खटीमा राजमार्ग निर्माण को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। 129 किमी लंबे राजमार्ग के निर्माण से यूपी के जनपद मुजफ्फरनगर, शामली और बिजनौर के लोगों को सीधा फायदा होगा। साथ ही हरियाणा के जनपद पानीपत के लोगों को भी बड़ा लाभ पहुंचेगा। इस मार्ग पर 42 ओवरब्रिज व 44 अंडरपास बनेंगे। दोनों प्रदेशों के बीच आयात-निर्यात बढ़ेगा। सर्वाधिक फायदा यूपी के किसानों को होगा। धान व गुड़ आदि खाद्य वस्तुओं का कारोबार बढ़ेगा।

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केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 21 फरवरी को राजकीय इंटर कॉलेज के मैदान में पानीपत-खटीमा मार्ग और मेरठ करनाल मार्ग का शिलान्यास करेंगे। हालांकि मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को लेकर संशय है। मंगलवार को जीआइसी मैदान में मंच तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हुई। मैदान के मध्य में मंच बनाया जा रहा है। पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री, सांसद डॉ. संजीव बालियान, डीएम डॉ. अजय शंकर पांडेय, एसएसपी सुधीर कुमार समेत समेत पुलिस-प्रशासनिक अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर तैयारी का जायजा लिया। मौसम के बदलते मिजाज को देखते हुए वाटरप्रूफ टेंट लगाया जा रहा है। दो राज्यों को जोड़ने वाले राजमार्ग की कुल लंबाई 129 किमी है, जिसे चार भागों में बांटा गया है। इसके निर्माण पर 2491 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। राजमार्ग के निर्माण को 79 गांवों की 364 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। पानीपत से शामली के लिए 781.44, शामली से रामपुर तिराहा के लिए 941.99, जानसठ बाइपास से मीरापुर तिराहा 557.64 व बिजनौर से कोतवाली तक के लिए 209.97 करोड़ रुपये स्वीकृत हुए हैं। टेंडर मंगलवार को ही हुए हैं। कुल 79 गांवों के लोगों इस हाईवे से जुड़ेंगे, जिनमें मुजफ्फरनगर के 51 गांव शामिल हैं। शामली व मुजफ्फरनगर की रेलवे लाईन के ऊपर से रेलवे ओवरब्रिज भी बनाया जाएगा। जनपद में काली नदी समेत शामली यमुना नदी पर पांच बड़े ओवरब्रिज बनाए जाएंगे। इनके अलावा 35 छोटे ओवरब्रिज बनेंगे। 5.5 मीटर ऊंचे 36 अंडरपास बनाए जाएंगे, जिनमें तीन बिजनौर, 11 पानीपत से शामली व 22 मुजफ्फरनगर में बनेंगे। इसी क्रम में 4.4 मीटर ऊंचे आठ अंडरपास भी बनाए जाएंगे, जिनमें तीन शामली, एक बिजनौर व चार मुजफ्फरनगर में बनेंगे। वहीं, मेरठ-करनाल मार्ग के चौड़ीकरण व सौंदर्यीकरण के लिए 545 करोड़ रुपये खर्च होंगे।


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